Juice for Jaundice Patients: पीलिया एक गंभीर बीमारी है, अगर समय रहते इसका सही इलाज और देखभाल नहीं की जाती तो ये जानलेवा तक साबित हो सकता है। पीलिया में स्किन, आंखों का सफेद भाग और कभी-कभी पेशाब का रंग भी पीला हो जाता है। पीलिया की बीमारी खून में बिलीरुबिन नामक पिगमेंट के बढ़ने से होती है। बिलीरुबिन एक पीला पदार्थ होता है, जो शरीर में रेड ब्लड सेल्स की कमी को बढ़ाता है। पीलिया की बीमारी से छुटकारा पाने के लिए आचार्य बालकृष्ण ने आयुर्वेदिक इलाज बताया है।
आचार्य बालकृष्ण के मुताबिक, पीलिया में मूली का जूस काफी लाभदायक हो सकता है। यह कई पोषक तत्वों से भरा होता है। इसके लिए आपको मूली की हरी पत्तियों को पानी में उबालना है फिर छान लेना है। अब इसका सेवन करने से आपको काफी राहत मिलेगी। मूली का जूस पीलिया (जॉन्डिस) के इलाज में एक प्राकृतिक उपाय के रूप में बेहद प्रभावी माना जाता है। पीलिया में शरीर में बिलीरुबिन का स्तर बढ़ जाता है, जिससे त्वचा और आंखें पीली दिखाई देने लगती हैं। मूली और इसका जूस लीवर के स्वास्थ्य को सुधारने और विषैले तत्वों को बाहर निकालने में मदद करता है। आचार्य बालकृष्ण ने अपने यूट्यूब पर इसका एक वीडियो भी शेयर किया है।
मूली के जूस के फायदे
- लीवर को डिटॉक्स करेगा
- बिलीरुबिन स्तर कंट्रोल होगा
- पाचन अच्छा होगा
मूली का जूस लीवर को कैसे करेगा डिटॉक्स
मूली का जूस लीवर को साफ करने और उसके कार्य को बेहतर बनाने में मदद करता है। इसमें मौजूद एंटीऑक्सीडेंट और एंजाइम्स विषैले पदार्थों को बाहर निकालते हैं। इसके अलावा मूली में एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण होते हैं, जो लीवर में सूजन को कम करने में भी सहायक होते हैं।
बिलीरुबिन स्तर कंट्रोल रहेगा
मूली के जूस में ऐसे यौगिक होते हैं, जो खून को साफ करते हैं और शरीर में बिलीरुबिन के स्तर को नियंत्रित करते हैं।
पाचन में सुधार
मूली का जूस पाचन के लिए भी फायदेमंद होता है। पीलिया के दौरान पाचन तंत्र कमजोर हो जाता है। मूली का जूस पाचन को सुधारता है और गैस्ट्रिक जूस के उत्पादन में मदद करता है।
कैसे करें मूली के जूस का सेवन?
- एक ताजी मूली को अच्छी तरह धोकर छोटे टुकड़ों में काट लें।
- इसे ब्लेंडर में डालकर थोड़ा पानी मिलाएं और जूस बना लें।
- स्वाद के लिए इसमें थोड़ा नींबू का रस और काला नमक मिलाएं।
- दिन में दो बार खाली पेट इस जूस का सेवन करें।
सावधानियां
मूली का जूस सीमित मात्रा में ही पिएं, क्योंकि इसका अत्यधिक सेवन गैस या पेट दर्द की समस्या पैदा कर सकता है। इसके अलावा किसी भी प्रकार की एलर्जी या स्वास्थ्य समस्या होने पर इसे लेने से पहले डॉक्टर से परामर्श लें।
वहीं, शरीर में ऑक्सीजन पहुंचाने के लिए हीमोग्लोबिन जरूरी होता है। बाबा रामदेव ने बताया कि हीमोग्लोबिन बढ़ाने के लिए किन चीजों का सेवन करना चाहिए और शरीर में हीमोग्लोबिन लेवल कितना होना चाहिए।