कुदरत ने हमें कुछ अनमोल जड़ी बूटियां तोहफे में दी हैं जिनका सेवन करके हम अपनी बॉडी को चुस्त और दुरुस्त रख सकते हैं। ऐसी ही जड़ी बूटियों में शामिल है नीम, जिसका वैज्ञानिक नाम Azadirachta indica है। नीम खासतौर से भारत में पाया जाता है। गर्म देशों में इसका उत्पादन ज्यादा होता है। नीम का इस्तेमाल हम लोग टूथपेस्ट, जर्म्स मारने वाले प्रोडक्ट्स और दूसरे स्वास्थ्य संबंधी उपायों में करते हैं। इन पत्तियों से दांतों की कैविटी का इलाज किया जा सकता है और ओरल हेल्थ को दुरुस्त किया जा सकता है। नीम के पत्ते में औषधीय गुण मौजूद होते हैं जो डायबिटीज कंट्रोल करते हैं।
नीम के पत्तों, नीम की छाल, जूस या पाउडर में ऐसे गुण होते हैं जो लिवर की कार्यप्रणाली सुधारने में मदद करते हैं। आयुर्वेदिक एक्सपर्ट आचार्य बालकृष्ण के मुताबिक नीम के पत्ते,उसकी छाल, जूस या पाउडर में ऐसे गुण होते हैं जो लिवर की कार्यप्रणाली सुधारने में मदद करते हैं। नीम का जूस, पाउडर या पत्तों का सेवन सुबह खाली पेट करें तो लिवर की सूजन कंट्रोल रहती है और लिवर हेल्दी रहता है।
एलोपैथ में भी नीम के पत्तों को बेहद फायदेमंद बताया गया है। एम्स के पूर्व कंसल्टेंट और साओल हार्ट सेंटर के फाउंडर एंड डायरेक्टर और प्रसिद्ध कार्डियोलॉजिस्ट डॉ बिमल झांजेर के मुताबिक नीम बहुत हेल्दी माना जाता है, लेकिन इसके कुछ प्रिकॉशंस भी होती हैं, जिन्हें ध्यान में रखना जरूरी है। एक्सपर्ट के मुताबिक नीम के पत्तों का सेवन सीमित मात्रा में करना चाहिए, लगभग 10–15 पत्ते या 1–2 चम्मच नीम के पाउडर का सेवन पर्याप्त हैं। आइए जानते हैं कि नीम का सेवन करने से सेहत को कौन कौन से फायदा होते हैं।
इम्यूनिटी बढ़ाने में नीम है असरदार
एलोपैथ के मुताबिक नीम में कई एंटीऑक्सीडेंट्स और बायो-एक्टिव कंपाउंड होते हैं, जो हमारी इम्यूनिटी को मजबूत बनाते हैं। यह स्किन इंफेक्शन को रोकता है। कट या घाव होने पर नीम का पत्ता लगाने से तेजी से ठीक होता है। नीम में एंटीफंगल और एंटीबैक्टीरियल प्रॉपर्टीज होती हैं, जो गले और अन्य संक्रमण से बचाव में मदद करती हैं।
हार्ट और ब्रेन हेल्थ के लिए नीम
नीम में विटामिन C और एस्कॉर्बिक एसिड पाया जाता है, जो ब्रेन और हार्ट हेल्थ के लिए फायदेमंद है। इसके एंटीऑक्सीडेंट्स फ्री रेडिकल्स के खिलाफ काम करते हैं और कैंसर जैसी समस्याओं से बचाव में मदद करते हैं।
डायबिटीज़ में नीम का उपयोग
नीम का सबसे बड़ा गुण इसकी एंटी डायबिटिक प्रॉपर्टीज़ है। नीम के पत्ते, पाउडर या जूस का सेवन करने से शुगर कंट्रोल रहती है और इंसुलिन उत्पादन को बढ़ावा मिलता है। रोजाना दो चम्मच नीम का सेवन करने से ब्लड शुगर कंट्रोल रहता है और बॉडी को कई तरह से फायदा होता है।
ओरल हेल्थ के लिए नीम
नीम दांतों के लिए भी बहुत फायदेमंद है। नीम के दातुन या नीम टूथपेस्ट से ब्रश करने पर दांतों में जर्म्स मरते हैं और बदबू दूर होती है। यह बैड ब्रेथ कम करने में भी मदद करता है।
पाचन और अल्सर में नीम
नीम डाइजेस्टिव ट्रैक्ट को साफ़ रखता है और पाचन को बेहतर बनाता है। यह पेट में अल्सर को ठीक करने में मदद करता है और पेट के इन्फेक्शन को रोकता है। नीम के पत्तों का जूस लगाने या सेवन करने से पेट जल्दी ठीक होता है। नीम में एंटी-इन्फ्लेमेटरी प्रॉपर्टीज़ भी होती हैं। किसी भी सूजन या दर्द वाले हिस्से पर नीम का पेस्ट लगाने से दर्द कम होता है। नीम का पत्ता चोट, कट या पेप्टिक अल्सर में भी लाभकारी है।
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