शरीर कोलेस्ट्रॉल का स्तर बढ़ने से कई स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं होने का खतरा रहता है। एक बार कोलेस्ट्रॉल का स्तर बढ़ जाता है तो इसे कंट्रोल में करना आसान नहीं होता। कोलेस्ट्रॉल को कंट्रोल करने के लिए आयुर्वेदिक एक्सपर्ट आचार्य बालकृष्ण ने एक प्राकृतिक उपाय बताया है। आचार्य बालकृष्ण के मुताबिक, नीम के पत्तों का सेवन करने से कोलेस्ट्रॉल को कंट्रोल में किया जा सकता है। चलिए आपको बताते हैं आयुर्वेदिक एक्सपर्ट ने कोलेस्ट्रॉल कंट्रोल करने के लिए नीम के पत्तों के क्या फायदे बताए हैं?
नीम के पत्ते कैसे कंट्रोल करेंगे कोलेस्ट्रॉल?
नीम के पत्ते को आयुर्वेद में औषधीय गुणों के लिए जाना जाता है। इसके एंटीऑक्सीडेंट और एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण कोलेस्ट्रॉल और हृदय स्वास्थ्य को सुधारने में सहायक होते हैं। हालांकि, नीम का नाम सुनते हैं मुंह में कड़वाहट महसूस होने लगती है। नीम की पत्तियों का स्वाद कड़वा जरूर होता है, लेकिन औषधीय गुणों से भरपूर नीम की पत्तियां कई बीमारियों का उपचार करती हैं।
नीम खराब कोलेस्ट्रॉल को कम करता है
नीम के पत्तों में पाए जाने वाले यौगिक खराब कोलेस्ट्रॉल (LDL) को कम करते हैं और ब्लड फ्लो को बेहतर बनाते हैं। यह हार्ट रोगों की संभावना को कम करता है।
अच्छे कोलेस्ट्रॉल को बढ़ाता है
नीम का नियमित सेवन अच्छे कोलेस्ट्रॉल (HDL) के स्तर को बढ़ाकर दिल को सुरक्षित रखता है।
नीम के पत्तों के फायदे
- नीम के पत्तों का सेवन ब्लड प्रेशर को कंट्रोल रखता है, जो कोलेस्ट्रॉल लेवल को स्थिर बनाए रखने में मदद करता है।
- नीम के पत्ते शरीर में फ्री रेडिकल्स को कम करते हैं, जो हार्ट की धमनियों को स्वस्थ रखते हैं और नसों में जमे फैट को हटाने में मदद करते हैं।
- नीम के पत्तों में एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण होते हैं, जो नसों में सूजन और रक्त के थक्कों को बनने से रोकते हैं।
नीम के पत्तों कैसे करें उपयोग?
- नीम का काढ़ा- नीम के पत्तों को उबालकर काढ़ा बनाएं और रोज़ सुबह खाली पेट सेवन करें।
- नीम पाउडर- पत्तों को सुखाकर पाउडर बना लें और पानी के साथ लें।
- नीम की चाय- इसे दिन में एक बार पीने से कोलेस्ट्रॉल स्तर नियंत्रित रहता है।
नीम की पत्तियों का अगर रोजाना सेवन किया जाए तो इम्यूनिटी को स्ट्रांग बनाया जा सकता है और कई बीमारियों से बचाव किया जा सकता है। बॉडी को संक्रमण से बचाने में नीम की पत्तियां बेहद असरदार हैं। नीम का इस्तेमाल स्किन की कई परेशानियों जैसे पिंपल्स, एक्ने, दाग-धब्बे, टैनिंग, बेजान और ड्राई स्किन का उपचार करने के लिए भी किया जाता है।
इसके अलावा अलसी के बीजों का सेवन हाई कोलेस्ट्रॉल को कम करने के लिए भी किया जा सकता है। इन बीजों में ओमेगा-3 फैटी एसिड्स और फाइबर की भरपूर मात्रा होती है, जो गंदे कोलेस्ट्रॉल LDL को कम करने में मददगार होने के साथ ही हार्ट हेल्थ के लिए अच्छे होते हैं।