खराब डाइट और बिगड़ता लाइफस्टाइल हड्डियों पर भी अपना असर दिखा रहा है। कम उम्र में ही लोगों की हड्डियां कमजोर हो रही है और उठने बैठने में, खड़े होने में और जिंदगी के दूसरे कामों को करने में दिक्कत हो रही है। हड्डियों के कमजोर होने के लिए कैल्शियम की कमी सबसे ज्यादा जिम्मेदार है। मजबूत हड्डियों के लिए पर्याप्त कैल्शियम की जरूरत होती है। इसकी कमी से हड्डियां धीरे-धीरे कमजोर और भुरभुरी हो जाती हैं। बॉडी में विटामिन डी की कमी होने से भी हड्डियां कमजोर होने लगती है। विटामिन D शरीर में कैल्शियम को अवशोषित करने में मदद करता है। विटामिन D की कमी से हड्डियों का घनत्व (bone density) घट जाता है।
महिलाओं को खासतौर पर 30-40 साल की उम्र में हड्डियों का दर्द सताता है। इस उम्र में महिलाओं में एस्ट्रोजन हार्मोन कम हो जाता है, जिससे हड्डियों की मजबूती प्रभावित होती है। लंबे समय तक बैठकर काम करना और एक्सरसाइज न करना हड्डियों को कमजोर करता है। जंक फूड, सॉफ्ट ड्रिंक्स और प्रोसेस्ड फूड हड्डियों से जरूरी मिनरल्स को घटाते हैं।
हड्डियों के लिए जरूरी सभी पोषक तत्व एक हर्बल लीव्स में मौजूद हैं। हड्डियों में होने वाली इस कमजोरी को दूर करने के लिए एक हर्बल पौधा बेहद असरदार साबित होता हैं। आयुर्वेदिक एक्सपर्ट और योग गुरु बाबा रामदेव ने हड्डियों को मजबूत करने के लिए, नसों की कमजोरी को दूर करने के लिए मोरिंगा के पत्तों का सेवन करने की सलाह दी है। ये पत्ते बॉडी में विटामिन बी 12 की कमी को पूरा करते हैं। मोरिंगा (सहजन) के पत्ते एक सुपरफूड माने जाते हैं, क्योंकि इनमें शरीर के लिए जरूरी लगभग सभी पोषक तत्व मौजूद होते हैं। आयुर्वेद में इसे शरीर को भीतर से मजबूत करने वाली औषधि कहा गया है। मोरिंगा में आयरन, फोलेट, और विटामिन B समूह भी पाए जाते हैं जो B12 के अवशोषण (absorption) को बेहतर बनाते हैं। इसलिए अगर आप शाकाहारी हैं तो मोरिंगा को अपनी डाइट में शामिल करना एक अच्छा विकल्प होगा।
100 ग्राम मोरिंगा पत्तों में मौजूद पोषक तत्व
- प्रोटीन- 9 ग्राम
- कैल्शियम- 440 मिलीग्राम
- आयरन- 7 मिलीग्राम
- विटामिन C- 220 मिलीग्राम
- पोटैशियम- 250 मिलीग्राम
- विटामिन A- 6,000 माइक्रोग्राम
- सूखे मोरिंगा में बी 12- 0.5 से 1.2 माइक्रोग्राम होता है।
मोरिंगा के पत्ते कैसे बी 12 की कमी करते हैं पूरे
मोरिंगा (सहजन) के पत्ते हड्डियों के लिए एक नेचुरल कैल्शियम बूस्टर माने जाते हैं। यह हड्डियों को मजबूत बनाने, सूजन कम करने और जोड़ों के दर्द को ठीक करने में बहुत असरदार होते हैं। मोरिंगा के पत्तों में दूध से भी ज़्यादा कैल्शियम पाया जाता है। 100 ग्राम ताज़े मोरिंगा पत्तों में लगभग 400–450 mg कैल्शियम होता है। कैल्शियम हड्डियों का घनत्व बढ़ाता है और फ्रैक्चर या कमजोरी को रोकता है।
इन पत्तों में मैग्नीशियम और फॉस्फोरस भी मौजूद होता है जो हड्डियों को मजबूत करते हैं। मोरिंगा में मौजूद मैग्नीशियम, फॉस्फोरस और पोटैशियम हड्डियों में मिनरल संतुलन बनाए रखते हैं, जिससे हड्डियां लचीली और मजबूत रहती हैं। मोरिंगा शरीर में कैल्शियम के अवशोषण (absorption) को बढ़ाने में मदद करता है। इसमें मौजूद फाइटोन्यूट्रिएंट्स विटामिन D की तरह काम करते हैं, जिससे हड्डियों को कैल्शियम सही तरीके से मिल पाता है। हड्डियों और जोड़ों के दर्द का एक बड़ा कारण सूजन होती है। मोरिंगा में क्वेरसेटिन (Quercetin) और क्लोरोजेनिक एसिड जैसे एंटीऑक्सीडेंट होते हैं, जो सूजन को कम कर आर्थराइटिस (Arthritis) जैसी समस्याओं में राहत देते हैं।
इन पत्तियों में मौजूद विटामिन K हड्डियों के मेटाबॉलिज्म को सपोर्ट करता है। विटामिन B12 और फोलेट बोन टिश्यू को रिपेयर करने में मदद करते हैं। मोरिंगा में ये तीनों मौजूद होते हैं, जो मिलकर हड्डियों को मजबूत बनाते हैं।
मोरिंगा के पत्तों का सेवन कैसे करें
सुबह खाली पेट मोरिंगा पत्तों का रस पिएं।
मोरिंगा पत्तों की सब्जी या सूप के रूप में करें सेवन
मोरिंगा पाउडर ट्राई करें
मोरिंगा टी का करें सेवन
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