सेहतमंद रहने के लिए हेल्दी डाइट का सेवन बेहद ज़रूरी है। हेल्दी डाइट का मतलब है ऐसी डाइट जिसमें सभी ज़रूरी पोषक तत्व जैसे विटामिन, मिनरल्स, प्रोटीन, आयरन और हेल्दी फैट्स मौजूद हों। अक्सर लोग फैट को सेहत का दुश्मन मानते हैं, लेकिन सच यह है कि हेल्दी फैट हमारी बॉडी के लिए बहुत ज़रूरी है। ओमेगा-3 फैटी एसिड, मोनोअनसैचुरेटेड और पॉलीअनसैचुरेटेड फैट्स शरीर को ऊर्जा देने, हार्मोन बैलेंस करने और दिमाग की सेहत बनाए रखने में मदद करते हैं। घी भी एक हेल्दी फैट का स्रोत है और सीमित मात्रा में इसका सेवन पाचन तंत्र को मज़बूत करता है। इसका सेवन करने से इम्यूनिटी मजबूत होती है और बॉडी को एनर्जी मिलती है। हालांकि, ज़्यादा मात्रा में घी का सेवन वजन बढ़ा सकता है, इसलिए इसे सीमित मात्रा में ही खाना चाहिए।

आयुर्वेदिक एक्सपर्ट और योग गुरु बाबा रामदेव ने बताया अगर रोज सुबह घी का सेवन किया जाए तो बॉडी हेल्दी रहती है और कई बीमारियों का एक साथ उपचार होता है। जिन लोगों को खून की कमी है, पेट गड़बड़ रहता है, भूख नहीं लगती या नींद नहीं आती अगर वो रोज दिन की शुरुआत एक चम्मच घी से करें तो उनकी बॉडी की सारी परेशानियां दूर हो जाएंगी। बाबा रामदेव ने बताया अगर आप सुबह घी का सेवन नहीं करना चाहते तो आप नारियल का तेल या फिर तिल के तेल का सेवन कर सकते हैं। आइए जानते हैं कि रोज अगर घी का सेवन किया जाए तो सेहत पर कैसा असर होगा।  

रोज घी खाने से सेहत पर कैसा होता है असर

आयुर्वेद के मुताबिक रोज अगर घी का सेवन किया जाए तो पाचन दुरुस्त रहता है। घी का सेवन करने से पेट की गैस, एसिडिटी और अपच का इलाज होता है। सुबह एक चम्मच गाय का घी या नारियल का तेल लेने से कई फ़ायदे होते हैं। इससे दिमाग़ तेज़ रहता है। रोज घी और नारियल तेल का सेवन करने से आंखें और स्किन की सेहत में सुधार होता है। घी का सेवन करने से बॉडी हेल्दी रहती है और इम्यूनिटी मजबूत होती है। हड्डियां और मांसपेशियों को मजबूत बनाने में घी बेहद असरदार साबित होता है।

 घी, नारियल तेल और तिल का तेल कैसे ब्रेन की सेहत में करता है सुधार

नियमित रूप से नारियल का तेल, गाय का घी या तिल के तेल का सेवन करने से ब्रेन हेल्थ में काफी सुधार होता है। ये सभी तेल हेल्दी फैट से भरपूर होते हैं जो मस्तिष्क की कोशिकाओं को पोषण देते हैं और उन्हें लंबे समय तक सक्रिय बनाए रखते हैं। हेल्दी फैट्स बुढ़ापे में होने वाली न्यूरोलॉजिकल बीमारियों जैसे पार्किंसंस, अल्ज़ाइमर और डिमेंशिया से बचाव करने में सहायक होते हैं। बाबा रामदेव का कहना है कि अगर रोज़ाना सीमित मात्रा में नारियल तेल, तिल का तेल और घी का सेवन किया जाए तो व्यक्ति 85 से 90 साल की उम्र तक भी शारीरिक और मानसिक रूप से फिट रह सकता है।

आधुनिक शोध भी बताते हैं कि हेल्दी फैट्स शरीर में गुड कोलेस्ट्रॉल (HDL) को बढ़ाते हैं, जिससे ब्लड सर्कुलेशन दुरुस्त रहता है और ब्रेन तक पर्याप्त ऑक्सीजन पहुंचती है। इससे याददाश्त मजबूत होती है, तनाव का स्तर घटता है और नींद की गुणवत्ता बेहतर होती है। खासकर गाय का घी पाचन तंत्र को मज़बूत करता है और शरीर को तुरंत एनर्जी देता है, वहीं नारियल तेल इम्यूनिटी को बढ़ाने और नर्वस सिस्टम को शांत करने का काम करता है। तिल का तेल एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर होता है जो दिमागी कोशिकाओं को फ्री-रेडिकल्स से बचाता है। इसलिए इन तेलों का संतुलित सेवन उम्र बढ़ने पर भी मस्तिष्क और शरीर को हेल्दी बनाए रखने में बेहद कारगर साबित होता है।

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