सर्दी में खान-पान की आदतें बदल जाती हैं। हम लोग खाने पर ज्यादा और पीने पर कम ज़ोर देते हैं। खाने में तला-भुना, मसालेदार, हाई कैलोरी फूड खाते हैं, हरी सब्जियां और फलों का सेवन गर्मी की तुलना में काफी कम करते हैं जिसका सीधा असर हमारे पाचन पर दिखता है। सर्दी में बॉडी एक्टिविटी में कमी होने लगती है जो हमारे पाचन को प्रभावित करती है। इस मौसम में डाइट और लाइफस्टाइल की खराब आदतें पाचन को बिगाड़ देती है। इस मौसम में लोगों को पेट साफ करने के लिए बेहद मशक्कत करना पड़ती है। घंटों टॉयलेट में बैठते हैं जब भी पेट पूरी तरह क्लियर नहीं होता। सर्दी में अगर आप भी पाचन से जुड़ी समस्याओं से तंग हो गए है और हर दिन कब्ज परेशान करता है तो हाज़मा को दुरुस्त करने के लिए काली मिर्च का सेवन करें।
काली मिर्च का पाउडर बना लें और उसे रोजाना खाने पर छिड़क कर खाएं आपका पाचन दुरुस्त रहेगा और पेट की सफाई भी आराम से हो जाएगी। अक्सर लोग किचन में मौजूद मसालों में हल्दी और अदरक को ही ज्यादा असरदार मानते हैं लेकिन आप जानते हैं कि काली मिर्च भी हल्दी और अदरक की तरह ही पावरफुल मसाला है। काली मिर्च को सदियों से उसके औषधीय गुणों के लिए जाना जाता है। इसके गुणों के कारण ही इस मसाले को काला सोना कहा जाता है।
डॉक्टर भूषण रिसर्च लैब में डॉ. समीर भूषण ने बताया कि काली मिर्च एंटीऑक्सीडेंट गुणों से भरपूर होती है जो ब्लोटिंग को कंट्रोल करती है। इसका सेवन सर्दी में रोजाना करने से मौसमी बीमारियों जैसे सर्दी और जुकाम का इलाज होता है और कई तरह की परेशानियों से भी छुटकारा मिलता है। आइए जानते हैं कि काली मिर्च को रोजाना खाने पर छिड़ककर खाने से पाचन कैसे ठीक रहता है और कब्ज का इलाज होता है।
आंतों और पेट को साफ करती है काली मिर्च
काली मिर्च में ऐसे गुण मौजूद है जो बॉडी से टॉक्सिन को बाहर निकालते हैं। इसमें पिपेरिन होता है जो बॉडी की अंदर से सफाई करता है और बॉडी को हेल्दी रखता है। इस मसाले को अगर आप अपनी डाइट में शामिल करते हैं तो पेट से लेकर आंत तक की सफाई हो जाती है। ये मसाला मसाला डिटॉक्सिफाइंग एंजाइम को बढ़ावा देता है और DNA को नुकसान से बचाता है। काली मिर्च में कैप्साइसिन होता है जो एक रसायन जिसमें सूजनरोधी गुण होते हैं जो जोड़ों के दर्द और जकड़न से राहत दिलाने में मदद कर सकते हैं।
काली मिर्च कब्ज का कैसे करती है इलाज
काली मिर्च का सेवन करने से पुरानी से पुरानी कब्ज का भी इलाज होता है। अगर आप रोजाना खाने पर काली मिर्च का पाउडर छिड़क कर खा ले तो खाना जल्दी पचता है और कब्ज भी दूर होता है। सर्दियों में काली मिर्च न केवल भोजन को तोड़कर पाचन में सहायता करती है, बल्कि यह गैस और सूजन से बचने में भी मदद करती है। अगर आप पाचन को दुरुस्त रखना चाहते हैं और कब्ज का इलाज करना चाहते हैं तो रोजाना काली मिर्च का सेवन खाने में करें।
काली मिर्च के सेहत के लिए फायदे
- काली मिर्च का सेवन करने से इम्यूनिटी स्ट्रांग होती है और बीमारियों से बचाव होता है। ये मसाला मौसमी बीमारियों जैसे सर्दी-खांसी और जुकाम से बचाता है।
- काली मिर्च में मौजूद पिपरिन मेटाबॉलिज्म को बूस्ट करता है और बॉडी से अतिरिक्त चर्बी को घटाता है। इसका सेवन करने से वजन घटाने में मदद मिलती है।
- इस मसाले में पिपरीन नामक कंपाउंड होता है, जो शरीर में फ्री रेडिकल्स को कंट्रोल करता है और कोशिकाओं को नुकसान से बचाता है।
- इस मसाले को खाने पर छिड़क कर रोज खाएं तो पोस्ट मील शुगर कंट्रोल रहेगी। यह इंसुलिन सेंसिटिविटी को बढ़ाने में मददगार साबित होता है।
- काली मिर्च में एंटीमाइक्रोबियल गुण होते हैं, जो संक्रमण से बचाने में मददगार हैं।
- तनाव को कंट्रोल करने में ये मसाला जादुई असर करता है। ये दिमाग में एंडॉर्फिन हार्मोन को रिलीज करता है और मूड को बेहतर बनाता है।
- काली मिर्च में मौजूद पिपरिन में एंटी-कैंसर गुण भी मौजूद हैं जो कोशिकाओं के अनियमित विकास को रोकने में मदद कर सकते है।
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