सर्दियों का मौसम आते ही बाजार में हरी-भरी सब्जियों की भरमार हो जाती है। इन्हीं में एक देसी और बेहद पौष्टिक साग है बथुआ, जिसे सर्दियों का सुपर फूड कहा जाता है। स्वाद के साथ-साथ बथुआ सेहत का भी खजाना है। इसमें विटामिन A, C और K, आयरन, कैल्शियम, फाइबर और एंटीऑक्सीडेंट्स भरपूर मात्रा में पाए जाते हैं, जो इम्यूनिटी मजबूत करने, पाचन दुरुस्त रखने और शरीर को अंदर से स्वस्थ बनाए रखने में मदद करते हैं।

बथुआ एक हरा पत्तेदार साग है, जो सर्दियों में खेतों में आसानी से उग जाता है। गांव से लेकर शहर तक, बथुआ का साग, रायता और सूप बड़े चाव से खाया जाता है। बथुआ का नियमित सेवन पाचन तंत्र को दुरुस्त रखने में मदद करता है और कब्ज, गैस व एसिडिटी जैसी समस्याओं से राहत दिलाता है। इसमें मौजूद आयरन खून की कमी यानी एनीमिया से बचाव करता है, जबकि कैल्शियम और विटामिन K हड्डियों को मजबूत बनाता हैं। बथुआ में पाए जाने वाले एंटीऑक्सीडेंट्स शरीर से विषैले तत्वों को बाहर निकालने में मददगार होते हैं और स्किन को साफ व चमकदार बनाए रखते हैं।

हेल्थलाइन के मुताबिक कम कैलोरी और ज्यादा फाइबर होने के कारण ये वजन घटाने वालों के लिए भी फायदेमंद माना जाता है। साथ ही, इसमें मौजूद विटामिन C और अन्य पोषक तत्व इम्यूनिटी को मजबूत कर सर्दी-खांसी और संक्रमण से बचाव में मदद करते हैं। सर्दियों में बथुआ का साग, सूप या रायता के रूप में सेवन करना सेहत के लिए खास तौर पर लाभकारी माना जाता है। आइए जानते हैं कि सर्दी में बथुआ का सेवन करने से सेहत को कौन-कौन से फायदे होते हैं।

पाचन तंत्र होता है मजबूत

बथुआ में मौजूद फाइबर कब्ज, अपच और एसिडिटी से राहत दिलाने में मदद करता है। सर्दी में अगर रोज बथुआ का सेवन किया जाए तो फायदा होता है।

वजन घटाने में है सहायक

कम कैलोरी और ज्यादा फाइबर होने से पेट लंबे समय तक भरा रहता है। सर्दी में इसका सेवन करने से वेट कंट्रोल रहता है।

खून की कमी होती है दूर

आयरन से भरपूर बथुआ एनीमिया में फायदेमंद माना जाता है। सर्दी में इसका सेवन करने से बॉडी को गर्मी मिलती है और खून की कमी भी पूरी होती है।

हड्डियां होती है मजबूत

कैल्शियम और फास्फोरस हड्डियों और जोड़ों के लिए लाभकारी हैं। सर्दी में इस साग को खाने से हड्डियां मजबूत होती है।

स्किन की रंगत में आता है निखार

बथुआ सिर्फ बॉडी पर ही नहीं बल्कि स्किन पर भी असर करता है। एंटीऑक्सीडेंट्स गुणों से भरपूर ये साग स्किन को साफ और चमकदार बनाने में मदद करता हैं।

इम्युनिटी बढ़ाता है

विटामिन C सर्दी-खांसी और संक्रमण से बचाव करता है। इस साग को सर्दी में रोज खाएं तो इम्यूनिटी मजबूत होती है और बॉडी ता बीमारियों से बचाव भी होता है।

बालों को झड़ने से रोकता है

विटामिन A और आयरन से भरपूर ये साग बालों की जड़ों को मजबूत करता हैं। इसका सेवन करने से हेयर फॉल से बचाव होता है।

यूरिनरी इंफेक्शन में है लाभकारी

बथुआ में एंटीबैक्टीरियल गुण होते हैं, जो UTI में मददगार होता हैं।

मानसिक स्वास्थ्य में होता है सुधार

मैग्नीशियम और एंटीऑक्सीडेंट्स गुणों से भरपूर बथुआ तनाव कम करने में सहायक हैं। इसका सेवन करने से मानसिक सेहत में सुधार होता है।

दिल रखता है हेल्दी

फाइबर और एंटीऑक्सीडेंट्स कोलेस्ट्रॉल कंट्रोल करने में मदद करता हैं। कोलेस्ट्रॉल कंट्रोल करके दिल के रोगों से बचाव किया जा सकता है।

लीवर करता है डिटॉक्स

बथुआ शरीर से विषैले तत्वों को बाहर निकालने में सहायक होता है। इसका सेवन करने से लिवर की सूजन कंट्रोल रहती है और लिवर हेल्दी रहता है।

एसिडिटी करता है कंट्रोल

यह पेट को ठंडा रखता है और एसिड बनने की प्रक्रिया को कंट्रोल करता है।

बीपी करता है कंट्रोल

पोटैशियम हाई BP को कंट्रोल करने में मदद करता है। जिन लोगों का बीपी हाई रहता है वो इस साग को खाएं बीपी नॉर्मल रहेगा।

आंखों की रोशनी बढ़ाए

विटामिन A आंखों को स्वस्थ रखने में मदद करता है। इसे  खाने से आंखों की रोशनी बढ़ती है।

प्रजनन स्वास्थ्य के लिए है जरूरी

महिलाओं में मासिक धर्म से जुड़ी समस्याओं में सहायक माना जाता है। इसका सेवन करने से महिलाओं की प्रजनन क्षमता में सुधार होता है।

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