हम सब कभी-कभी चीजें भूल जाते हैं या ज्यादा तनाव और भागदौड़ की वजह से दिमाग थका हुआ महसूस करते हैं। भूलने की आदत, चीजें खोना या गलत फैसले लेना हमेशा सामान्य नहीं होता, लेकिन अगर ये आदतें बार-बार होने लगे तो यह अल्जाइमर या डिमेंशिया जैसी गंभीर बीमारियों का शुरुआती संकेत हो सकता है। न्यूरोसाइंटिस्ट रॉबर्ट डब्ल्यू. बी. लव ने ऐसे ही 3 चेतावनी संकेत बताए हैं, जिन्हें नजरअंदाज नहीं करना चाहिए।
न्यूरोसाइंटिस्ट रॉबर्ट डब्ल्यू.बी. लव के अनुसार, समय रहते पहचानना और नींद, आहार और सप्लीमेंट्स जैसे उपायों को अपनाना अल्जाइमर या डिमेंशिया को काफी हद तक कम कर सकता है। जल्दी पहचान और सही कदम ही इस बीमारी से बचाव की सबसे बड़ी कुंजी है। चलिए आपको बताते हैं अल्जाइमर और डिमेंशिया के शुरुआती चेतावनी संकेत क्या हैं और इससे कैसे बचा जा सकता है।
शब्द भूलना
रॉबर्ट के अनुसार, अगर आपको सही शब्द, शब्दावली या नाम याद करने में परेशानी हो रही है, तो यह शुरुआती चेतावनी संकेत है। भाषा और शब्दों को याद रखने की क्षमता का कम होना दिमागी स्वास्थ्य पर असर का साफ संकेत है।
चीजें गुम करना
एक्सपर्ट के मुताबिक, मोबाइल, चाबी, वॉलेट जैसी चीजें बार-बार खोना और यह याद न रहना कि आपने उन्हें कहां रखा है, डिमेंशिया का संकेत हो सकता है। कभी-कभार ऐसा होना सामान्य है, लेकिन यदि यह आदत लगातार बढ़ रही है तो इसे नजरअंदाज नहीं करना चाहिए।
गलत निर्णय लेना
रॉबर्ट के मुताबिक, लोगों को सबसे ज्यादा चौंकाने वाला संकेत खासकर आर्थिक मामलों में खराब निर्णय लेना है। बार-बार गलत फैसले लेना भी शुरुआती चेतावनी है। यह व्यवहार बताता है कि दिमाग की कार्यक्षमता पर असर पड़ रहा है।
अल्जाइमर के खतरे को कैसे कम करें?
ज्ञान बढ़ाएं
रॉबर्ट के अनुसार, डॉ. हीदर सैंडिसन की किताब Reversing Alzheimer’s पढ़ना लाभकारी हो सकता है। इसमें डाइट, एक्सरसाइज और सप्लीमेंट्स के बारे में विस्तार से बताया गया है, जो अल्जाइमर का जोखिम घटा सकते हैं।
नींद का ध्यान रखें
नींद की कमी ब्रेन फॉग और मेमोरी लॉस का बड़ा कारण है। पर्याप्त और गहरी नींद लेना दिमाग को स्वस्थ रखने के लिए जरूरी है। हर दिन कम से कम 7–8 घंटे की क्वालिटी स्लीप लेने की सलाह दी जाती है।
ब्रेन-हेल्दी सप्लीमेंट्स लें
रॉबर्ट के अनुसार, कुछ सप्लीमेंट्स मस्तिष्क को मजबूती देते हैं और अल्जाइमर के खतरे को घटा सकते हैं। हल्दी में पाया जाने वाला करक्यूमिन दिमाग के लिए बेहतरीन है। फिश ऑयल मस्तिष्क की कोशिकाओं को मजबूती देता है। क्रिएटिन मेमोरी लॉस को कम करने में मदद करता है।
अगर, आप कब्ज की समस्या से परेशान हैं और इससे राहत पाना चाहते हैं तो योग गुरु बाबा रामदेव द्वारा बताए गए 3 योगासन करना इस समस्या से बहुत जल्दी राहत दिला सकते हैं।