दही एक बेहतरीन सुपर फूड है जिसका सेवन हम अक्सर खाने के साथ और लस्सी के रूप में करते हैं। दही का सेवन करने से खाना स्वादिष्ट और पौष्टिक दोनों हो जाता है। प्राचीन काल से ही भारतीय संस्कृति में दही का खास महत्व रहा है। किसी भी शुभ कार्य में दही का सेवन किया जाता है। शुभ अवसर पर दही खाने का मकसद है कि इससे सफलता मिलती है। इस परंपरा से हटकर दही खाने का वैज्ञानिक आधार भी है जिससे बॉडी हेल्दी रहती है। दही की तासीर ठंडी होती है और इसमें विटामिन और मिनरल्स भी मौजूद होते हैं जो बॉडी को हेल्दी रखते हैं।

दही का रोजाना सेवन करने से बॉडी हाइड्रेट रहती है और पाचन तंत्र दुरुस्त रहता है। दही प्रोटीन, कैल्शियम, राइबोफ्लेविन, विटामिन B6 और विटामिन B12 जैसे पोषक तत्वों से भरपूर होती है जो बॉडी को हेल्दी रखती है।

साइकोलोजिस्ट डॉक्टर मदन मोदी ने बताया दोपहर के भोजन के साथ दही खाने के कई फायदे हैं। अगर आप बॉडी से टॉक्सिन को बाहर निकालना चाहते हैं तो आप खाने के बाद दही के साथ गुड़ मिलाकर उसका सेवन करें। दही और गुड़ का सेवन इम्यूनिटी को मजबूत करता है और बॉडी हाइड्रेट रहती है। दही का सेवन गुड़ के साथ खाने से उसकी शक्ति और फायदे दोनों बढ़ जाते हैं। आइए एक्सपर्ट से जानते हैं कि दही का सेवन गुड़ के साथ करने से कैसे बॉडी से टॉक्सिन बाहर निकलते हैं और पाचन दुरुस्त रहता है।

दही के साथ गुड़ खाने से कैसे पाचन रहता है दुरुस्त

दही के साथ गुड़ का सेवन करने से पाचन दुरुस्त रहता है। दही और गुड़ दोनों ही बॉडी को पोषण देते हैं और पाचन को ठीक करते हैं। दही एक ऐसा मिल्क बेस फर्मेंटेड फूड है जिसमें प्रोबायोटिक्स होते हैं, जो आंतों में गुड बैक्टीरिया को बढ़ाते हैं और पाचन को ठीक करते हैं। गुड़ का सेवन करने से पाचन क्रिया ठीक रहती है। गुड की तासीर गर्म और दही की तासीर ठंडी होती है। दोनों फूड अगर कॉम्बिनेशन करके खाए जाए तो ये भोजन को पचाने में मदद करते हैं। दोनों फूड का कॉम्बिनेशन करके खाने से पाचन तंत्र दुरुस्त रहता है।

सर्दियों में गुड़ का सेवन बॉडी को गर्म रखता है और बॉडी को फायदा पहुंचाता है। गुड़ में आयरन, कैल्शियम, और अन्य खनिज होते हैं जो बॉडी को अंदर से गर्मी देते हैं और ब्लड सर्कुलेशन को बेहतर बनाते हैं। गुड़ की गर्म तासीर दही की ठंडी तासीर को बैलेंस करती है।

दही और गुड़ का सेवन कैसे बॉडी से टॉक्सिन को निकालते हैं?

दही में नेचुरल रूप से प्रोबायोटिक्स मौजूद होते हैं जो आंतों की सेहत को दुरुस्त करते हैं और आंतों में गुड बैक्टीरिया को बढ़ाते हैं। ये गुड बैक्टीरिया पाचन को दुरुस्त करते हैं और बॉडी से टॉक्सिन को बाहर निकालते हैं। दही की ठंडी तासीर पाचन को कूल करती है जिससे ब्लोटिंग, एसिडिटी और अपच जैसी परेशानी भी कंट्रोल होती है।

गुड़ की गर्म तासीर जो ब्लड सर्कुलेशन को ठीक रखती है और खून को साफ करती है। इसका सेवन करने से बॉडी से टॉक्सिन बाहर निकलते हैं और बॉडी की अंदर से सफाई होती है। गुड़ का सेवन करने से बॉडी में हॉर्मोनल बैलेंस बना रहता है, जिससे बॉडी से टॉक्सिन बाहर निकलने में मदद मिलती है।