प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को कोरोना का टीका लगवाया और वह दुनिया के उन नेताओं में शुमार हो गए हैं जिन्होंने टीका लगवाने के साथ ही लोगों को टीका की प्रभाविता पर विश्वास जताने का संदेश दिया है।
संयुक्त राष्ट्र के महासचिव एंटोनियो गुतारेस ने जनवरी में कोरोना का टीका लगवाया था। ब्रिटेन की महारानी एलिजाबेथ (94) और उनके पति प्रिंस फिलिप (99) को जनवरी में ही विंडसर में शाही घराने के एक चिकित्सक ने टीका लगाया था। अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन और उपराष्ट्रपति कमला हैरिस ने पद संभालने से पहले दिसंबर में ही टीका लगवा लिया था।
बाइडेन ने टीका की पहली खुराक लगवाने के बाद कहा था कि मैं ऐसा इसलिए कर रहा हूं ताकि दिखा सकूं कि टीका जब उपलब्ध हो तो लोगों को इसे लगवाने के लिए तैयार रहना चाहिए। इस बारे में चिंतित होने की कोई बात नहीं है। दुनिया में जहां कोरोना विषाणु महामारी से निपटने की तैयारियां चल रही हैं, वहीं कुछ देशों को टीका से जुड़ी गलत सूचनाओं का सामना करना पड़ रहा है। अमेरिका के पूर्व उपराष्ट्रपति माइक पेंस ने भी दिसंबर में कोरोना वायरस का टीका लगवाया था।
पोप फ्रांसिस और उनके पूर्ववर्ती पोप बेनेडिक्ट ने भी कोरोना विषाणु का टीका लगवाया था। सऊदी अरब के शाह किंग सलमान ने जनवरी में कोरोना का टीका लगवाया था। उनके बेटे और क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान ने भी दिसंबर में टीका लगवाया था। इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने दिसंबर में कोरोना का टीका लगवाया था। दुबई के शासक शेख मोहम्मद बिन राशिद अल-मखतूम ने नवंबर में परीक्षण के तहत कोरोना विषाणु का टीका लगवाया था।
इंडोनेशिया के राष्ट्रपति जोको विडोडो, तुर्की के राष्ट्रपति तैयप एर्दोआन और सेशेल्स के राष्ट्रपति वैवेल रामकलावन ने जनवरी में कोरोना विषाणु का टीका लगवाया। जॉन हॉपंिकस यूनिर्विसटी के मुताबिक, पूरी दुनिया में कोरोना के मामलों की संख्या 11.4 करोड़ से अधिक हो गई है। इसने कहा कि पूरी दुनिया में 25 लाख 30 हजार लोगों की संक्रमण के कारण मौत हुई है।