गट हेल्थ यानी आंतों की सेहत (Gut Health) हमारे पूरे शरीर की कार्यप्रणाली से जुड़ी होती है। हमारी पाचन क्रिया, इम्युनिटी, मूड, स्किन और ब्रेन हेल्थ तक सब कुछ गट के संतुलन पर निर्भर करता है। गट हेल्थ ठीक रहने से खाना आसानी से पचता है, पोषक तत्व अच्छे से अवशोषित होते हैं और पेट हल्का महसूस होता है। शरीर की लगभग 70% इम्यून कोशिकाएं आंतों में होती हैं, इसलिए हेल्दी गट संक्रमणों और बीमारियों से बचाव में मदद करता है।

गट को सेकंड ब्रेन भी कहा जाता है, क्योंकि यह सेरोटोनिन जैसे हैप्पी हार्मोन बनाता है। अगर गट असंतुलित हो जाए तो तनाव, एंग्जाइटी या डिप्रेशन जैसी समस्याएं बढ़ सकती हैं। जब गट हेल्दी होती है तो शरीर से टॉक्सिन्स आसानी से निकल जाते हैं, जिससे स्किन ग्लोइंग और बाल मजबूत रहते हैं।

  • गट हेल्थ बिगड़ने पर बॉडी में कुछ लक्षण दिखने लगते हैं जैसे
  • कब्ज या पेट फूलना (Bloating)
  • पाचन में गड़बड़ी या गैस की समस्या
  • थकान, कमजोरी या एनर्जी की कमी
  • बार-बार इन्फेक्शन या सर्दी-जुकाम
  • स्किन पर दाने या एक्ने की समस्या
  • मूड स्विंग्स या नींद की गड़बड़ी हो सकती है।

हार्वर्ड और स्टैनफोर्ड से प्रशिक्षित गैस्ट्रोएंटेरोलॉजिस्ट डॉक्टर सौरभ सेठी बताते हैं कि गट हेल्थ को दुरुस्त रखने के लिए डाइट का ध्यान रखना बेहद जरूरी है। कई रिसर्च में ये बात सामने आ चुकी है कि गट हेल्थ पर सबसे अधिक असर डालने वाला कारक हमारी डाइट है। फाइबर और पोषक तत्वों से भरपूर डाइट न केवल गट माइक्रोबायोम को सपोर्ट करती है, बल्कि ओवर ऑल हेल्थ को भी बेहतर बनाती है। गट हेल्थ में सुधार करने का सबसे आसान और असरदार तरीका है सही स्नैक्स का चयन करना।

स्नैकिंग को अक्सर अनहेल्दी आदत माना जाता है, लेकिन सच्चाई यह है कि अगर सही समय और सही स्नैक्स चुने जाएं, तो यह सेहत के लिए फायदेमंद भी हो सकती हैं। सही तरीके से की गई स्नैकिंग न केवल भूख को कंट्रोल करती है, बल्कि गट हेल्थ को भी मजबूत बनाती है। हम आपको कुछ आसान और हेल्दी स्नैक ऑप्शन्स बताते हैं, जो आपकी गट हेल्थ सुधारने में मदद कर सकते हैं।

ओट्स खाएं

ओट्स फाइबर से भरपूर होते हैं। सुबह नाश्ते में ओट्स खाने से दिन की शुरुआत हेल्दी तरीके से होती है और पाचन तंत्र मजबूत होता है। रिसर्च के अनुसार, ओट्स में मौजूद फाइबर मल को सॉफ्ट बनाता है, जिससे डाइजेशन स्मूथ रहता है। ओट्स का सेवन करने से भूख शांत होती है, पाचन दुरुस्त रहता है और वजन भी कंट्रोल होता है।

टमाटर और ऑलिव ऑयल का सलाद खाएं

टमाटर फाइबर का अच्छा स्रोत हैं जो गट हेल्थ को सुधारता हैं। जब इसे जैतून के तेल के साथ खाया जाता है, तो यह पाचन से जुड़ी दिक्कतों को कम करता है। ऑलिव ऑयल में मौजूद फैटी एसिड और पॉलीफेनॉल्स गट में सूजन (Inflammation) को घटाता हैं और गट हेल्थ में सुधार करता है।

बादाम का करें सेवन

बादाम में भी फैटी एसिड और पॉलीफेनॉल्स भरपूर मात्रा में पाए जाते हैं जो गट की सूजन कम करने में मदद करते हैं और माइक्रोबायोम को संतुलित रखते हैं। हालांकि इनमें कैलोरी अधिक होती है इसलिए एक मुट्ठी बादाम से ज्यादा न खाएं।

एक बाउल दही का करें सेवन

दही गट हेल्थ के लिए सबसे पॉपुलर फूड्स में से एक है। इसमें प्रोबायोटिक्स (Probiotics) होते हैं जो अच्छे बैक्टीरिया की संख्या बढ़ाते हैं और गट माइक्रोबायोम को संतुलित रखते हैं।
इसे ताजे फलों और नट्स के साथ खाने पर यह और भी फाइबर-रिच बन जाती है।

केला है गट फ्रेंडली

केले में फाइबर और प्रीबायोटिक्स दोनों मौजूद होते हैं जो गट हेल्थ को बेहतर बनाते हैं। रिसर्च के मुताबिक केला पेट पर हल्का प्रभाव डालता है और पाचन को आसान बनाता है। साथ ही इसमें मौजूद पोटैशियम पाचन क्रिया को और बेहतर करता है।

पपीता खाएं

पपीते में मौजूद पपेन (Papain) नामक एंजाइम मौजूद होता है जो पाचन को सपोर्ट करता है। पपेन प्रोटीन को तोड़ने में मदद करता है। साथ ही पपीते में पाया जाने वाला फाइबर स्टूल को सॉफ्ट बनाता है और डाइजेस्टिव ट्रैक्ट को शांत रखता है।

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