Actor Manoj Kumar Death Reason: दिग्गज अभिनेता मनोज कुमार ने दुनिया को हमेशा के लिए अलविदा कह दिया है। उन्होंने मुंबई स्थित कोकिलाबेन धीरूभाई अंबानी अस्पताल में 4 अप्रैल को अंतिम सांस ली। मनोज कुमार का 87 वर्ष की आयु में निधन हो गया। मेडिकल रिपोर्ट के मुताबिक, उनका निधन मायोकार्डियल इन्फार्क्शन के कारण हुए कार्डियोजेनिक शॉक से हुआ। इसके अलावा वह डीकंपेंसेटेड लिवर सिरोसिस जैसी गंभीर बीमारी से भी जूझ रहे थे। मनोज कुमार की फरवरी में तबीयत काफी बिगड़ गई थी, तो उन्हें 21 फरवरी, 2025 को मुंबई स्थित कोकिलाबेन धीरूभाई अंबानी अस्पताल में भर्ती कराया गया था। अपने शानदार अभिनय और देशभक्ति फिल्मों के लिए मशहूर मनोज कुमार को फैंस ‘भारत कुमार’ के नाम से भी जानते थे।

कैसे हुई मनोज कुमार की मृत्यु

मनोज कुमार की मृत्यु की वजह कार्डियोजेनिक शॉक (Cardiogenic Shock) बताई जा रही है, जो एक्यूट मायोकार्डियल इंफार्क्शन (हार्ट अटैक) के कारण हुआ। वह कुछ महीनों से डिकंपेन्सेटेड लिवर सिरोसिस जैसी गंभीर बीमारी से भी जूझ रहे थे, जिसने उनकी सेहत को और बिगाड़ दिया था। चलिए आपको बताते हैं डिकंपेन्सेटेड लिवर सिरोसिस बीमारी क्या है, इसके लक्षण क्या हैं और इससे कैसे बचाव करें।

क्या है कार्डियोजेनिक शॉक (Cardiogenic shock)

मनोज कुमार फरवरी 2025 में कार्डियोजेनिक शॉक (Cardiogenic Shock) के कारण अस्पताल में भर्ती कराया गया था। यह एक गंभीर स्थिति होती है, जिसमें दिल सही मात्रा में खून पंप नहीं कर पाता और शरीर के महत्वपूर्ण अंगों को ऑक्सीजन नहीं मिल पाती।

कार्डियोजेनिक शॉक के लक्षण

इसमें जब कोरोनरी आर्टरी में रुकावट आ जाती है, तो दिल की मांसपेशियों को पर्याप्त खून नहीं मिल पाता। जिसके चलते ब्लड प्रेशर हाई हो जाता है और दिल की कार्यक्षमता कम हो जाती है। इसके अलावा दिल की धड़कन बहुत तेज या धीमी होने से दिल की पंपिंग क्षमता प्रभावित होती है।

क्या है डिकंपेन्सेटेड लिवर सिरोसिस समस्या (Decompensated Liver Cirrhosis)

मनोज कुमार को महीनों से डिकंपेन्सेटेड लिवर सिरोसिस (Decompensated Liver Cirrhosis) की समस्या से भी जूझ रहे थे। डिकंपेन्सेटेड लिवर सिरोसिस, लिवर सिरोसिस की एक गंभीर अवस्था है, जिसमें लिवर की कार्यक्षमता में गंभीर गिरावट आ जाती है। इसमें लिवर धीरे-धीरे क्षतिग्रस्त हो जाता है और शरीर के लिए जरूरी कार्य करने में असमर्थ हो जाता है। इस स्थिति में लिवर खून को साफ करना, पाचन में सहायता करना और टॉक्सिन को बारह निकालना बंद कर देता है। जिसके चलते लिवर के साथ-साथ शरीर के अन्य अंग भी प्रभावित होने लगते हैं।

डिकंपेन्सेटेड लिवर सिरोसिस के लक्षण (Symptoms of decompensated liver cirrhosis)

डिकंपेन्सेटेड लिवर सिरोसिस की समस्या में पेट में सूजन, त्वचा और आंखों का पीला पड़ना, उल्टी या मल में खून आना, शारीरिक कमजोरी और थकान महसूस होना आदि के लक्षण दिखाई देते हैं।

कैसे करें बचाव

दिल और लिवर शरीर के महत्वपूर्ण अंगों में से एक है। ऐसे में खानपान के साथ-साथ लाइफस्टाइल का ख्याल भी रखना बहुत ही आवश्यक है। दिल की हेल्थ के लिए रोजाना 30 मिनट की हल्की वॉक करनी चाहिए। इसके अलावा संतुलित आहार आपके लिए बहुत ही फायदेमंद है। तले-भुने खाने की बजाय हरी सब्ज़ियां, फल और ओमेगा-3 युक्त भोजन को अपनी डाइट में शामिल करें। इसके साथ ही ब्लड प्रेशर और कोलेस्ट्रॉल लेवल को ध्यान में रखें।