भारतीय आयुर्वेद और पारंपरिक चिकित्सा पद्धतियों में कई ऐसे पौधे हैं, जो दिखने में मामूली होते हैं, लेकिन उनकी औषधीय शक्ति बहुत ही ज्यादा होती है। ऐसा ही एक अनमोल पौधा शाल्मली कंटक है। इसके कांटों से लेकर फूल और जड़ तक हर हिस्सा औषधीय गुणों से भरपूर होता है। शाल्मली कंटक के इस्तेमाल से न सिर्फ की बीमारियों से बचाव होता है, बल्कि झाइयों और दाग-धब्बों से भी राहत मिल सकती है। इसके फूलों का उपयोग त्वचा संबंधी समस्याओं, पाचन विकारों और प्रजनन तंत्र की दिक्कतों में किया जाता है। आयुर्वेद एक्सपर्ट आचार्य बालकृष्ण ने शाल्मली कंटक के फायदे बताए हैं।

आचार्य बालकृष्ण के मुताबिक, शाल्मली कंटक यानी सेमल कई औषधीय गुणों से भरपूर है। इसका उपयोग कई बीमारियों के इलाज में किया जाता है। इसके अलावा शाल्मली कंटक के कांटेदार तने और कोमल फूलों में अपार औषधीय गुण छिपे हैं। इससे खुजली, फुंसी और एक्जिमा जैसी समस्याओं से भी राहत मिल सकती है।

चेचक के दाग खत्म होंगे

आचार्य बालकृष्ण के अनुसार, चेचक के बाद शरीर पर जो गहरे दाग रह जाते हैं, उन्हें मिटाने में शाल्मली कंटक के फूलों का लेप उपयोगी होता है। इसमें स्किन रीजेनरेटिंग तत्व होते हैं, जो मृत कोशिकाओं को हटाकर नई त्वचा लाने में मदद करते हैं। उन्होंने बताया कि जिन लोगों को चेचक के कारण चेहरे पर दाग पड़ गए हैं या फिर गड्ढे है। वह सेमल के कांटों की जड़ यानी कांटों के नीचे का उभरा भाग घिसकर पेस्ट बनाकर चेहरे पर लगाएं। इससे बहुत फायदा मिलेगा और दाग खत्म करने में मदद मिलेगी।

खुजली और सूजन में राहत

खुजली और सूजन से राहत दिलाने के लिए भी शाल्मली कंटक बहुत ही असरदार होता है। इसके फूलों को सुखाकर बनाया गया पाउडर या इसका उबाला गया पानी त्वचा पर लगाने से एलर्जिक रिएक्शन, खुजली और सूजन से राहत मिलती है। यह त्वचा को ठंडक और आराम पहुंचाता है।

खून को शुद्ध करने वाले गुण

शाल्मली कंटक में ब्लड प्यूरिफिकेशन यानी खून को शुद्ध करने के गुण होते हैं। त्वचा की बीमारियों का एक मुख्य कारण दूषित रक्त होता है, जिससे मुंहासे, एलर्जी और चकत्ते होते हैं। इस फूल के नियमित सेवन से खून साफ होता है और त्वचा स्वस्थ दिखती है।

घाव भरने में मददगार

इसके फूलों का लेप या अर्क पुराने घावों, फोड़े-फुंसी या जलने पर लगाया जाए तो यह घाव जल्दी भरता है और संक्रमण की संभावना भी घटती है। इसमें एंटीसेप्टिक गुण होते हैं, जिससे घाव भरने में मदद मिलती है।

पाचन अच्छा होगा

फूलों का काढ़ा या सूखे फूलों का पाउडर भी सेहत के लिए लाभकारी होता है। ये पाचन क्रिया को बेहतर बनाता है। इससे गैस, कब्ज और अपच जैसी समस्याओं में राहत मिलती है।

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