हमारी डाइट इतनी ज्यादा खराब हो गई है कि हम जो भी खाते हैं अपनी आदतों और स्वाद के मुताबिक खाते हैं। खराब डाइट का असर हमारी सेहत पर साफ दिखता है। डाइट में कुछ भी बिना सोचे समझे खाने से ना सिर्फ पाचन पर असर पड़ता है बल्कि कई तरह की परेशानियां भी होने लगती हैं। कुछ लोग खाने पीने की एक जैसी रूटीन बना लेते हैं। रोजाना नाश्ते में या फिर खाने में एक ही चीज को खाना ज्यादा पसंद करते हैं।

अक्सर देखा गया है कि लोग नाश्ते में ढोकला खाना पसंद करते हैं। गुजराती लोग अक्सर हफ्ते में तीन से चार दिन ढोकला का सेवन करते हैं। रोजाना ढोकला का सेवन करने से सेहत पर कैसा असर दिखता है इस बारे में हमने एक्सपर्ट से बात की है।

अहमदाबाद के ज़ाइडस हॉस्पिटल्स की चीफ डायटीशियन श्रुति के भारद्वाज के अनुसार ढोकला किण्वित चावल (fermented rice) और चने के आटे (chickpea flour) के घोल से बना एक फेमस स्टीम्ड केक है जिसका सेवन करने से सेहत को कई तरह के फायदे होते हैं। ढोकला में मौजूद पोषक तत्वों की बात करें तो इसमें प्रोटीन, कार्ब्स होता है। किण्वन प्रक्रिया किसी भी फूड के पोषक तत्वों की जैव उपलब्धता (bioavailability of nutrients) को बढ़ाती है, जिससे उन्हें अवशोषित करना आसान हो जाता है। आइए एक्सपर्ट से जानते हैं कि ढोकला का सेवन सेहत पर कैसा असर करता है।

ढोकला के सेहत के लिए फायदे

ढोकला में हेल्दी कार्बोहाइड्रेट होता हैं। ढोकला बनाने के लिए चावल और चने के आटे को शामिल किया जाता है जिससे उसमें घुलनशील फाइबर की मात्रा बढ़ जाती है। घुलनशीन फाइबर पाचन में सहायता करता है और आंतों की हेल्थ को दुरुस्त करता है। ढोकला विटामिन और खनिजों का बेहतरीन पावरहाउस है, जिसमें बी विटामिन, आयरन और पोटैशियम मौजूद होता है। ये सभी विटामिन बॉडी के लिए जरूरी हैं। एक्सपर्ट के मुताबिक किण्वन प्रक्रिया प्रोबायोटिक्स का भी उत्पादन करती है, जो आंतों की सेहत को दुरुस्त करती है और इम्युनिटी को स्ट्रॉन्ग करती है।

स्नैक्स में तले हुए फूड्स का सेवन करने के बजाए ढोकला का सेवन करना सेहत के लिए हेल्दी विकल्प है। इसका सेवन करने से अनहेल्दी फैट का सेवन करने पर कंट्रोल रहता है। ढोकले की हल्की और मुलायम बनावट पाचन को दुरुस्त रखती है। जिन लोगों का डायजेशन सेंसिटिव है वो भी ढोकला का सेवन कर सकते हैं।

हफ्ते में तीन दिन ढोकला खाने से सेहत पर कैसा असर होता है

यशोदा अस्पताल, हैदराबाद के वरिष्ठ सलाहकार चिकित्सक डॉ. दिलीप गुडे ने कहा कि ढोकला का सेवन सेहत के लिए फायदेमंद है लेकिन अगर इसका सेवन हफ्ते में तीन बार किया जाए तो इससे खाने से कब्ज, सूजन और इर्रिटेबल बाउल सिंड्रोम जैसे लक्षण दिख सकते हैं। ढोकला का फर्मेंटेड नेचर लेक्टिक एसिड को रिलीज करता है जिससे गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल प्रोब्लम्स बढ़ती हैं। अगर ढोकला का सेवन कम मात्रा में किया जाए तो बॉडी को भरपूर प्रोटीन मिलता है। क्योंकि ये फूड भाप में बनता है और इसमें तेल नहीं होता इसलिए इसमें पोषक तत्व बढ़ जाते हैं। इसे कभी-कभी नाश्ते में खा सकते हैं लेकिन मुख्य भोजन के रूप में इसका सेवन नहीं करना चाहिए। इसकी कम मात्रा का सेवन सेहत के लिए उपयोगी है।