आजकल की तनाव भरी जिंदगी में सभी को मानसिक शांति और खुश रहने की बहुत ज्यादा जरूरत होती है। बढ़ता तनाव हमारी मानसिक और शारीरिक दोनों स्थितियों को प्रभावित करता है। खुश रहने के लिए बॉडी में हैप्पी हॉर्मोन का होना बेहद जरूरी है। अगर बॉडी में हैप्पी हॉर्मोन रिलीज नहीं होता तो मन में उदासी रहती है और चेहरे पर मुस्कान तक नहीं दिखाई देती। अगर हैप्पी हॉर्मोन डिसबैलेंस हो जाते हैं तो इनसान अच्छा महसूस नही करता।
हैप्पी हॉर्मोन का काम इंसान को खुश रखना है। अच्छा महसूस कराने वाले इस हॉर्मोन का स्तर कम होने से बॉडी में ये नकारात्मक बदलाव पैदा करता है। अगर आप भी अपनी खुशी के स्तर में सुधार करना चाहते हैं तो हैप्पी हॉर्मोन को बढ़ाएं। आइए एक्सपर्ट से जानते हैं कि हैप्पी हॉर्मोन कितने तरह के होते हैं और किन तरीकों को अपनाकर हैप्पी हॉर्मोन का स्तर बढ़ाया जा सकता है।
हैप्पी हार्मोन क्या होते हैं?
सलाहकार मनोचिकित्सक रूबी हॉल क्लिनिक के डॉक्टर पंकज बी बोराडे ने इंडियन एक्सप्रेस को बताया है कि हैप्पी हॉर्मोन चार तरह के होते हैं। डोपामाइन, सेरोटोनिन, एंडोर्फिन और ऑक्सीटोसिन को हैप्पी हार्मोन के रूप में जाना जाता है। इन हॉर्मोन की मदद से हम खुश रहते हैं।
एंडोर्फिन हॉर्मोन ब्रेन को शांत और हेल्दी रखने का काम करता है। काम पूरा होने पर जो खुशी का अहसास होता है ये फीलिंग डोपामाइन हॉर्मोन के कारण होती है। रिश्तों में लव का बांडेशन ऑक्सीटोसिन हार्मोन के कारण होता हैं। पाचन शक्ति को दुरस्त रखने के लिए सेरोटोनिन हॉर्मोन जिम्मेदार है। इन हैप्पी हॉर्मोन को बढ़ाने के लिए आप इन खास टिप्स को अपनाएं।
हैप्पी हॉर्मोन को कैसे बढ़ाएं:
- नियमित व्यायाम एंडोर्फिन, डोपामाइन और सेरोटोनिन हॉर्मोन को रिलीज करते हैं और आपके मूड में सुधार होता है।
- हर चीज के लिए धन्यवाद देने का अभ्यास सेरोटोनिन का स्तर बढ़ता है और खुशी की भावनाओं को बढ़ावा देता है।
- जिन कामों को करने से आपको आनंद मिलता हैं उनमें मसरूफ होने से डोपामाइन हॉर्मोन रिलीज होता है।
- अपनों के साथ समय बिताने से ऑक्सीटोसिन रिलीज होता है, जिससे खुशी और सेहत बढ़ती है।
- पर्याप्त नींद लेने से सेरोटोनिन और डोपामाइन सहित हार्मोन का स्तर संतुलित रहता है।
- ट्रिप्टोफैन से भरपूर हेल्दी डाइट लेने से सेरोटोनिन हॉर्मोन का उत्पादन करने में सहायता मिलती है।
- मेडिटेशन का अभ्यास करने से तनाव कम होता है और एंडोर्फिन और सेरोटोनिन हॉर्मोन रिलीज होता है।
- हंसने और मुस्कुराने से एंडोर्फिन हॉर्मोन निकलता है और मस्तिष्क में एक सकारात्मक प्रतिक्रिया को ट्रिगर करता है।