अल्सरेटिव कोलाइटिस यानि आंतों में होने वाली सूजन जो एक गंभीर समस्या है। इसे इंफ्लेमेटरी बाउड डिजीज भी कहा जाता है। इस परेशानी में आंतों में सूजन,अल्सर और जलन की समस्या हो सकती है। अल्सरेटिव कोलाइटिस बड़ी आंत और मलाशय के आंतरिक परत को प्रभावित करती है जिसके वजह से मरीज़ को मल त्यागने में काफी परेशानी होती है। इस बीमारी के लक्षण अचानक से सामने आते है जिसकी वजह से कोलन में छाले हो जाते हैं और उस हिस्से में सूजन हो जाती है। इस बीमारी की वजह से बॉडी में कमजोरी हो सकती है और वजन भी कम हो सकता है।

गैस्ट्रो लीवर हॉस्पिटल स्वरूप नगर,कानपुर के डॉक्टर वी के मिश्रा के मुताबिक अल्सरेटिव कोलाइटिस एक ऐसी परेशानी है जो आपको जिंदगी भर परेशान कर सकती है। ये परेशानी एक बार ठीक हो जाए तो दोबारा इसके पलटने का डर लगातार बना रहता है। अगर आप भी इस परेशानी से बचना चाहते हैं तो कुछ बातों का खास ध्यान रखें ताकि इसका अटैक दोबारा नहीं हो। आइए एक्सपर्ट से जानते हैं कि अल्सरेटिव कोलाइटिस के पलटने पर बॉडी में कौन-कौन से लक्षण दिखते हैं और इससे कैसे बचाव किया जा सकता है।

अल्सरेटिव कोलाइटिस के लक्षण:

डायरियां होना,लूज़ मोशन होना,पेट में दर्द होना,बुखार होना और भूख का कम होने जैसे लक्षण दिखाई देते हैं।

अल्सरेटिव कोलाइटिस को पलटने से रोकना है तो इन कामों को कीजिए:

डॉक्टर के दिशानिर्देश का पालन करें:

अल्सरेटिव कोलाइटिस एक क्रॉनिक डिजीज है जिसमें आपकी इम्युनिटी ही आपको नुकसान पहुंचाने लगती है। इस बीमारी में आपकी बड़ी आंत में आपका इम्युन सिस्टम हेल्दी टिशूज पर अटैक करता है। इस अटैक की वजह से पेट में सूजन,दर्द और कई तरह के लक्षण दिखते हैं। अगर आप डॉक्टर के दिशानिर्देश का पालन करेंगे तो आपको सूजन और दर्द के पलटने का खतरा कम रहेगा। समय पर दवाई का सेवन करना और खान-पान का ध्यान रखना इस बीमारी को पलटने से रोक सकता है। दवाई को छोड़-छोड़कर खाएंगे और समय पर नहीं खाएंगे तो इस बीमारी का अटैक पलट-पलट कर आएगा। इस बीमारी से बचाव करना है तो लक्षण नहीं दिखने पर भी डॉक्टर की सलाह के मुताबिक दवाई का सेवन करें।

इन दवाओं का सेवन करने से बचें:

इस बीमारी को पलटकर आने से रोकना चाहते हैं तो नॉन-स्टेरायडल एंटी-इंफ्लेमेटरी ड्रग्स (NSAIDs) का सेवन करने से बचें। इन दवाओं में आईब्रोफीन,डिस्प्रीन,ब्रोफीन और वोवेरेन जैसी दवाएं आती हैं जिन्हें दर्द में इस्तेमाल करते हैं इनका सेवन करने से परहेज करें। ये दवाईयां अल्सरेटिव कोलाइटिस को बढ़ाती हैं। इन पेन किलर का सेवन करने से अल्सरेटिव कोलाइटिस के लक्षणों को कम नहीं किया जा सकता।