हाई ब्लड प्रेशर एक ऐसी बीमारी है जिसके लिए खराब डाइट, बिगड़ता लाइफस्टाइल और तनाव ज़िम्मेदार है। भारत में तेज़ी से बीपी के मरिज़ों की संख्या बढ़ रही है। इंटरनेशनल जर्नल ऑफ पब्लिक हेल्थ में प्रकाशित अध्ययन से पता चला है कि भारत में 18-54 आयु वर्ग के लगभग 30% व्यक्तियों ने कभी भी अपना ब्लड प्रेशर चेक नहीं कराया है।
हेल्थ के प्रति यह लापरवाही ब्लड प्रेशर के मरीज़ों की संख्या में इज़ाफ़ा कर रही है। हाई बीपी को अगर लंबे समय तक कंट्रोल नहीं किया जाए तो हृदय रोग और स्ट्रोक का जोखिम बढ़ने लगता है। शुरुआती चरणों में इस बीमारी का पता लगाना चाहते हैं तो नियमित जांच करना जरूरी है।
इंद्रप्रस्थ अपोलो अस्पताल के सलाहकार हृदय रोग विशेषज्ञ और कार्डियो-थोरेसिक सर्जन डॉ. वरुण बंसल ने बताया हर भारतीय को नियमित बीपी चेक करना चाहिए, भले ही आप स्वस्थ महसूस करते हों। एक्सपर्ट के मुताबिक़ हाई बीपी या फिर हृदय संबंधी समस्याओं का शीघ्र पता लगाने के लिए अपने बीपी की निगरानी करना महत्वपूर्ण है। आइए एक्सपर्ट से जानते हैं कि बीपी का स्तर 140/90 mmhg से ज़्यादा रहे तो कैसे को कंट्रोल करें और घर में बीपी कैसे चेक करें।
किन लोगों को रेगुलर ब्लड प्रेशर की जांच कराना है जरूरी
डॉक्टर बंसल की मुताबिक़ हर हेल्दी इंसान को बीपी की रेगुलर निगरानी कराना ज़रूरी है। एक्सपर्ट के मुताबिक़ जिन लोगों की हाई ब्लड प्रेशर,डायबिटीज,मोटापा या दिल से संबंधित समस्याओं की फैमिली हिस्ट्री रही हो उन्हें रेगुलर ब्लड शुगर और ब्लड प्रेशर की जांच कराने की जरूरत है। ऐसे लोग साल में दो बार ब्लड प्रेशर की जांच जरूर कराएं।
भारतीय लोगों में बढ़ रहा है हाई बीपी का खतरा
इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च (Indian Council of Medical Research) की रिपोर्ट के मुताबिक भारत में युवा वयस्कों को हाई बीपी के प्रति जागरूक होना जरूरी है। इंटरनेशनल जर्नल ऑफ पब्लिक हेल्थ (आईजेपीएच) में प्रकाशित अध्ययन से पता चला है कि भारत में 18-54 आयु वर्ग के लगभग 30% व्यक्तियों ने कभी भी अपना ब्लड प्रेशर चेक नहीं कराया है।
नियमित बीपी मॉनिटरिंग के क्या फायदे हैं?
नियमित बीपी जांच कराने से कई फायदे होते हैं। हाई ब्लड प्रेशर का शीघ्र पता लगने से तुरंत इलाज करने का मौका मिलता है,जिससे दिल के दौरे, स्ट्रोक या किडनी की बीमारी जैसी जटिल समस्याओं को रोका जा सकता है।
घर में अपने बीपी की कैसे जांच करें?
- घर पर बीपी चेक करना एक सुविधाजनक और आसान तरीका है। डॉ. बंसल ने बताया कि आप बीपी को मॉनिटर करने के लिए फार्मेसी से डिजिटल बीपी मॉनिटर मशीन खरीदें और घर में ही बीपी चेक करें। बीपी चेक करना एक आसान तरीका है बस इस समय कुछ बातों का ध्यान रखना जरूरी है। अगर आप बीपी चेक कर रहे हैं तो
- कुछ मिनटों के लिए आराम करना ज़रूरी है।
- बीपी चेक करने से पहले ज़मीन पर पैर फैलाकर खामोश बैठें।
- बीपी चेक करने के लिए मशीन के कफ को अपने बाजू पर लगाएं और मशीन पर दिए गए निर्देशानुसार इसे फुलाएं।
- सटीक निगरानी के लिए सिस्टोलिक और डायस्टोलिक दोनों रीडिंग रिकॉर्ड करें।
- स्टीक बीपी का रिजल्ट जानने के लिए हर दिन एक ही समय पर अपना बीपी चेक करें।
- बीपी में होने वाले बदलाव को ट्रैक करने के लिए रीडिंग का रिकॉर्ड रखें।
- रिडिंग में होने वाले उतार-चढ़ाव को किसी अच्छे डॉक्टर को जरूर दिखाएं और उससे सलाह लें।