COVID-19 Death: चीन (China) पर कोरोना से होने वाली मौतों (OVID-19 Death) का आंकड़ा छिपाने के आरोप लग रहे हैं। स्वास्थ्य विशेषज्ञों ने चेतावनी दी है कि चीन COVID-19 की वजह से होने वाली मौतों की पहचान के लिए जो मापदंड अपना रहा है, उससे असली आंकड़े कम नजर आएंगे। साथ ही लोगों को यह बताना मुश्किल हो जाएगा कि वह अपना ख्याल कैसे रखें।

चीन के एक प्रमुख चिकित्सा विशेषज्ञ ने मंगलवार को बताया कि निमोनिया और सांस संबंधी बीमारियों के कारण होने वाली मौतों को कोरोनावायरस के कारण हुई मौत माना जाएगा।

पेकिंग यूनिवर्सिटी फर्स्ट हॉस्पिटल में संक्रामक रोग विभाग के प्रमुख वांग गुईकियांग ने कहा है कि इसके अलावा अगर शरीर के किसी और अंग के खराब होने से मौत होती है, तो उसे कोरोना वायरस से होने वाली मौतों की संख्या में शामिल नहीं किया जाएगा।

चीन में क्या है स्थिति?

चीन के अस्पतालों के प्रोटोकॉल से परिचित विशेषज्ञों ने रायटर को बताया है कि पहले हमेशा ऐसे मामलों को कोविड से होने वाली मौतों की लिस्ट से बाहर नहीं रखा जाता था। कभी-कभी ही खारिज किया जाता था, वह भी तब जब मरने वाले की कोविड जांच रिपोर्ट (एक या दो दिन पहले की) नेगेटिव होती थी।

वांग का कहना है कि अब ओमिक्रॉन वेरिएंट आने के बाद पैमाना बदल गया है। चीन के अस्पतालों को प्रत्येक मामले के साथ न्याय करने की जरूरत है ताकि यह पता चल सके कि मरने वाले को कोविड था या नहीं।

महामारी शुरू होने के बाद से लगभग तीन वर्षों में COVID से होने वाली मौतों की गिनती के तरीके अलग-अलग देशों में अलग-अलग रहे हैं। चीन के पैमाने पर सवाल उठाते हुए न्यूयॉर्क के माउंट सिनाई साउथ नासाउ अस्पताल के संक्रामक रोग विशेषज्ञ और अमेरिका के संक्रामक रोग सोसायटी के प्रवक्ता डॉ. आरोन ग्लैट ने कहा है, “नई परिभाषा स्पष्ट रूप से कोविड से होने वाली सभी मौतों को शामिल नहीं करेगी।”

पिछले महीने कोरियाई शोधकर्ताओं ने बताया था कि जुलाई 2021 और मार्च 2022 के बीच एक बड़े अस्पताल में ओमिक्रॉन से संबंधित 33% मौतें निमोनिया के अलावा अन्य कारणों से हुई थीं।

क्या चीन के कोविड डेटा पर भरोसा किया जा सकता है?

चीन का नाम दुनिया के उन देशों में शामिल है, जहां कोरोना से सबसे कम मौतें हुई हैं। चीन पर नियमित रूप से राजनीतिक कारणों से संक्रमण और मौत का आंकड़ा कम बताने का आरोप लगता रहा है।  

साल 2019 के अंत में वुहान से चीन में कोरोना की शुरुआत हुई थी। जून 2020 के एक अध्ययन में अनुमान लगाया गया था कि उस समय 36,000 लोगों की मौत हुई थी। यह आंकड़ा चीन द्वारा दिए गए आधिकारिक आंकड़े से 10 गुना अधिक था।

लांसेट द्वारा अप्रैल में प्रकाशित एक अध्ययन में 2020-2021 के दौरान 74 देशों में COVID से हुई मौत की दर का अनुमान लगाया गया था। इस अवधि में चीन ने 4,820 लोगों की मृत्यु की पुष्टि की थी। जबकि अध्ययन का अनुमान था कि 17,900 अतिरिक्त मौतें हुई हैं।

कई रिपोर्ट से पता चलता है कि देश में अंतिम संस्कार के सामान और श्मशानों की मांग बढ़ी है लेकिन चीन आधिकारिक आंकड़े बताते हैं कि 21 दिसंबर को किसी की मौत नहीं हुई। वहीं 8 दिसंबर से अब तक सिर्फ सात लोगों की मौत हुई है।