Best and Worst Cooking Oil for Diabetes Patients: डायबिटीज (Diabetes) मरीजों को खान-पान में तमाम तरह की सावधानी बरतने की सलाह दी जाती है। खान-पान में जरा सी लापरवाही ब्लड शुगर (Blood Sugar) को बढ़ा सकती है और इसका नतीजा जानलेवा हो सकता है। एक्सपर्ट्स के मुताबिक खानपान (Diabetes Diet) में यह ध्यान रखना भी आवश्यक है कि आप कौन सा तेल खा रहे हैं और कितनी मात्रा में खा रहे हैं।
देश के जाने-माने डायबिटीज एक्सपर्ट और डॉ. मोहन से डायबिटीज स्पेशलिटीज सेंटर के चेयरमैन डॉ. वी मोहन (Dr V. Mohan) अपने एक वीडियो में कहते हैं कि हमने डायबिटीज मरीजों पर बहुत विस्तार से रिसर्च किया और पाया कि मुख्य तौर पर 3 तरीके के तेल डायबिटीज मरीजों के लिए फायदेमंद हैं, जो मोनो-सैचुरेटेड फैटी एसिड (Monounsaturated Fatty Acids) की कैटेगरी में आते हैं।
डायबिटीज मरीजों के लिए सबसे अच्छे तेल (Best Cooking Oil for Diabetes Patients)
1- मूंगफली का तेल (Groundnut Oil)
2- सरसो का तेल (Mustard Oil)
3- तिल का तेल (Sesame or Gingelly Oil)
डॉ. वी. मोहन कहते हैं कि डायबिटीज के मरीज राइस ब्रैन ऑयल, सूरजमुखी के तेल (Sunflower Oil ) या मक्के का तेल (Corn Oil) का इस्तेमाल भी कर सकते हैं, ये सभी पॉली अनसैचुरेटेड फैट (Polyunsaturated Fat) की कैटेगरी में आते हैं।
डायबिटीज मरीजों के लिए खराब तेल (Worst Cooking Oil for Diabetes Patients)
डॉ. वी. मोहन करते हैं कि डायबिटीज मरीजों के लिए ऐसे तेल बहुत खतरनाक हैं, जिनमें सैचुरेटेड फैट (Saturated Fat) पाया जाता है। जैसे पाम ऑयल और कोकोनेट ऑयल (नारियल का तेल)। सैचुरेटेड फैट की कैटेगरी में आने वाले तेल शुगर मरीजों के लिए बहुत हानिकारक साबित हो सकते हैं। हृदय पर भी बुरा असर पड़ता है।
सेहत के लिए क्यों हानिकारक है Saturated Fat?
हेल्थ एक्सपर्ट्स के मुताबिक Saturated Fat शरीर में बैड कोलेस्ट्रॉल बढ़े देते हैं, जिसे LDL भी कहते हैं। लो डेंसिटी लिपोप्रोटीन या LDL या हाई कोलेस्ट्रॉल (High Cholesterol Levels) की वजह से शुगर के अलावा हृदय से जुड़ी बीमारियों का खतरा बढ़ जाता है।
डायबिटीज में Fat पर कंट्रोल रखना क्यों है जरूरी?
फोर्टिस हॉस्पिटल, गुरुग्राम की डाइटेटिक्स और न्यूट्रिशन प्रमुख डॉ. संध्या पांडे एक वीडियो में कहती हैं कि डायबिटीज मरीजों (Diabetes Patients) को यह ध्यान रखना जरूरी है कि खानपान में कार्बोहाइड्रेट, प्रोटीन और फैट की मात्रा ले रहे हें। अगर आपको शुगर है तो ज्यादा संभावना है कि हृदय से जुड़ी बीमारियां हो सकती हैं। ऐसे में हृदय का ध्यान रखना बहुत आवश्यक है।
डॉ. संध्या पांडे कहती हैं कि इसका सीधा सा मतलब यह है कि आपकी डाइट में फैट (Fat) की कुल मात्रा 30% से कम होनी चाहिए। फैट की वजह से तत्काल शुगर नहीं बढ़ जाता है, लेकिन लंबी अवधि में इससे नुकसान पहुंचता है।