खेल मंत्री अनुराग ठाकुर (Anurag Thakur) और पहलवानों के बीच 7 जून को हुई 6 घंटे की मैराथन बैठक की सबसे महत्वपूर्ण बातों में एक भारतीय कुश्ती महासंघ (WFI) से बृजभूषण शरण सिंह, उनके परिवार और सहयोगियों की छुट्टी व परिवर्तन का वादा है। बृजभूषण और उनके परिवार का करीब एक दशक से कुश्ती महासंघ पर दबदबा है।
सरकार ने पहलवानों से क्या वादा किया?
जानकारी के मुताबिक इस मैराथन मीटिंग में सरकार ने पहलवानों को आश्वासन दिया है कि रेसलिंग फेडरेशन ऑफ इंडिया (WFI) के चुनाव में बृजभूषण शरण सिंह, उनके परिवार या किसी करीबी सहयोगी को लड़ने की अनुमति नहीं दी जाएगी। सबसे बड़ी बात यह है कि फेडरेशन के तीन प्रमुख पदों- अध्यक्ष, महासचिव और कोषाध्यक्ष के चुनाव में धरने के तीन प्रमुख चेहरों, बजरंग पूनिया (Bajrang Punia), साक्षी मलिक (Sakshi Malik) और विनेश फोगाट (Vinesh Phogat) की राय को तरजीह दी जाएगी
खेल मंत्री ने क्या-क्या बताया?
पहलवानों से मीटिंग के बाद खेल मंत्री अनुराग ठाकुर में कहा कि रेसलिंग फेडरेशन का चुनाव 30 जून तक हो जाएगा। WFI में एक इंटरनल कंप्लेंट्स कमिटी (Internal Complaints Committee) गठित की जाएगी, जिसकी अगुवाई महिला ही करेगी। ठाकुर ने कहा कि उम्मीद है कि चुनाव के बाद WFI अच्छे पदाधिकारियों के साथ एक नई शुरुआत करेगा और अच्छे महासंघ की तरह कार्य करेगा। महत्वपूर्ण मसलों में खिलाड़ियों की राय भी ली जाएगी।
अनुराग ठाकुर ने कहा कि मीटिंग में पहवानों ने मांग की कि बृजभूषण शरण सिंह ने रेसलिंग फेडरेशन में तीन कार्यकाल पूरा कर लिया है। ऐसे में इस बार चुनाव में उनके परिवार-रिश्तेदार या करीबियों को मौका नहीं चुना जाना चाहिए। मीटिंग में इस बात पर सहमति बनी है।
पहलवानों ने क्या बताया?
उधर, खेल मंत्री से मुलाकात के बाद पहलवानों ने 15 जून तक धरना स्थगित कर दिया है। बजरंग पूनिया ने बताया कि सरकार ने आश्वासन दिया है कि 15 जून तक पुलिस, बृजभूषण के खिलाफ चार्जशीट दाखिल कर देगी। साथ ही पहलवानों के खिलाफ दर्ज सभी FIR भी वापस ली जाएगी। खेल मंत्री ने पहलवानों को उचित सुरक्षा मुहैया कराने का आश्वासन भी दिया है।
बृजभूषण का 12 साल से WFI पर कब्जा
ब्रृजभूषण शरण सिंह पिछले 12 सालों से रेसलिंग फेडरेशन के अध्यक्ष हैं। वह तीन कार्यकाल पूरा कर चुके हैं। नेशनल स्पोर्ट्स कोड (National Sports Code) के नियमों के मुताबिक उन्हें नया कार्यकाल नहीं मिल सकता है। बृजभूषण शरण सिंह के बेटे करण भूषण अप्रैल तक रेसलिंग फेडरेशन की कार्यकारी समिति के उपाध्यक्ष हुआ करते थे। सरकार ने अप्रैल में कमेटी भंग कर दी थी।
बाप-बेटे के अलावा बृजभूषण के एक दामाद आदित्य प्रताप सिंह WFI के संयुक्त सचिव थे। तो वहीं, दूसरे दामाद विशाल सिंह बिहार रेसलिंग एसोसिएशन (Bihar Wrestling Association) के अध्यक्ष हैं।
बृजभूषण के लिए WFI के रास्ते होंगे बंद!
खेल मंत्री अनुराग ठाकुर के इस आश्वासन के बाद एक तरीके से बृजभूषण शरण सिंह, उनके परिवार या करीबी सहयोगियों के रेसलिंग फेडरेशन ऑफ इंडिया (WFI) के रास्ते पूरी तरह बंद हो जाएंगे।
बृजभूषण पर क्या हैं आरोप?
बजरंग पूनिया (Bajrang Punia), साक्षी मलिक (Sakshi Malik) और विनेश फोगाट (Vinesh Phogat) जैसे तमाम पहलवानों ने इसी साल जनवरी में पहली बार बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ मोर्चा खोला था। पहलवान, 23 अप्रैल से दोबारा बृजभूषण पर मनमानी और यौन-शोषण का आरोप लगाते हुए जंतर-मंतर पर धरने पर बैठ गए। मामला सुप्रीम कोर्ट भी गया। पहलवानों की शिकायत पर दिल्ली पुलिस ने बृजभूषण के खिलाफ 2 एफआईआर दर्ज की है और छानबीन कर रही है।