प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) तीन दिवसीय दौरे पर अमेरिका पहुंच गए हैं। साल 2014 में प्रधानमंत्री बनने के बाद से अब तक नरेंद्र मोदी 8 बार अमेरिका की यात्रा कर चुके हैं, लेकिन यह पहला मौका है जब उन्हें स्टेट विजिट (State Visit) पर आमंत्रित किया गया है। इससे पहले नवंबर 2009 में तत्कालीन प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह को स्टेज विजिट पर इनवाइट किया गया था।
क्या होता है स्टेट विजिट? (What is State Visit)
स्टेट विजिट, अमेरिका में किसी दूसरे राष्ट्राध्यक्ष या सरकार प्रमुख का सर्वोच्च रैंक यानी सबसे ऊंचे दर्जे का दौरा होता है। अमेरिका में स्टेट विजिट के तहत दूसरे देश के राष्ट्राध्यक्ष- राष्ट्रपति या राजा-रानी को बुलाने की परंपरा रही है, लेकिन हाल के सालों में इसमें बदलाव आया है। उदाहरण के तौर पर नरेंद्र मोदी के मामले में इस परंपरा को बदलकर सरकार प्रमुख (Government Head) कर दिया गया है।
अमेरिका के मौजूदा राष्ट्रपति जो बिडेन (Joe Biden) के कार्यकाल में यह किसी दूसरे देश के नेता का तीसरा स्टेट विजिट है। इससे पहले फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों और दक्षिण कोरिया के राष्ट्रपति यून सुक योल (Yoon Suk Yeol) अमेरिका के स्टेट विटिज पर जा चुके हैं। अमेरिका, स्टेट विजिट के तहत जिस देश के राष्ट्राध्यक्ष या सरकार के मुखिया को आमंत्रित करता है, इसका मतलब यह है कि उस देश को अपना महत्वपूर्ण सहयोगी और दोस्त मानता है।
PM मोदी स्टेट विजिट पर आमंत्रित भारत के तीसरे नेता
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भारत के ऐसे तीसरे नेता हैं, जो अमेरिका के स्टेट विजिट पर गए हैं। उनसे पहले साल 1963 में तत्कालीन राष्ट्रपति डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन और साल 2009 में तत्कालीन प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह अमेरिका की राजकीय यात्रा यानी स्टेट विजिट पर जा चुके हैं।
क्या हैं State Visit के प्रोटोकॉल?
सामान्य दौरों के मुकाबले स्टेट विजिट बिल्कुल अलग है। स्टेट विजिट का लंबा चौड़ा प्रोटोकॉल होता है। उदाहरण के तौर पर मेहमान के स्वागत की शुरुआत ‘फ्लाइट लाइन ‘सेरेमनी से होती है। इस सेरेमनी की एक कमेटी होती है, जो रेड कार्पेट के दोनों तरफ खड़ी होकर मेहमान का स्वागत करती है। इस कमेटी में अमेरिका के चीफ प्रोटोकॉल ऑफसर, एंबेस्डर, अमेरिका के ज्वाइंट बेस के कमांडिंग जनरल शामिल होते हैं। मेहमान का स्वागत 21 तोपों की सलामी के साथ होता है।
अमेरिका में स्टेट विजिट की शुरुआत साल 1800 के आसपास हुई थी। तब अमेरिकी राष्ट्रपति अपने कैबिनेट के सदस्यों, कांग्रेस मेंबर्स और वरिष्ठ अफसरो को भोज पर आमंत्रित किया करते थे। बाद स्टेट विजिट की परिभाषा बदल दी गई और यह विदेशी राष्ट्राध्यक्ष या सरकार प्रमुख तक सिमट गई। अमेरिका में पहली बार तत्कालीन राष्ट्रपति उलसेस ग्रैंट (Ulysses Grant) और फर्स्ट लेडी जूलिया ग्रैंट ने हवाई के राजा कालाकुआ (Kalakaua) के लिए 22 दिसंबर 1874 को स्टेट विजिट का आयोजन किया था।
कहां रुकते हैं मेहमान?
स्टेट विजिट पर आमंत्रित मेहमान के रुकने की व्यवस्था अमेरिकी राष्ट्रपति के गेस्ट हाउस ‘ब्लेयर हाउस’ में की जाती है। ब्लेयर हाउस में जिस देश का मेहमान रुकता है, बिल्डिंग के उपर उस देश का झंडा लगा दिया जाता है। यानी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जब तक ब्लेयर हाउस में रहेंगे, वहां भारत का झंडा लहराता रहेगा।
क्या है स्टेट डिनर?
स्टेट विजिट का सबसे महत्वपूर्ण भाग स्टेट डिनर (State Dinner) है। अमेरिकी राष्ट्रपति और अमेरिका की फर्स्ट लेडी यानी राष्ट्रपति की पत्नी, मेहमान को व्हाइट हाउस में भव्य डिनर देते हैं। व्हाइट हाउस हिस्ट्री एसोसिएशन (WHHA) की वेबसाइट पर दिये ब्योरे के मुताबिक ‘स्टेट डिनर, किसी भी राष्ट्राध्यक्ष या सरकार प्रमुख के सम्मान में आयोजित व्हाइट हाउस का सबसे ग्रैंड आयोजन होता है। यह दोनों देशों की प्रगाढ़ता का प्रतीक है।
स्टेट डिनर की पूरी व्यवस्था का जिम्मा अमेरिका की फर्स्ट लेडी यानी राष्ट्रपति की पत्नी और उनके स्टाफ पर होता है। डिनर में किन-किन मेहमानों को न्योता दिया जाएगा, खाने का मेन्यू क्या होगा, मेहमान का स्वागत किस तरह के फूल से होगा, टेबल की सेटिंग कैसी होगी और सीटिंग अरेंजमेंट क्या होगा, शाम में मनोरंजन की क्या व्यवस्था होगी, यह फर्स्ट लेडी ही तय करती हैं। व्हाइट हाउस के स्टेट डाइनिंग रूम में एक साथ 120 लोगों के बैठने की व्यवस्था है। अगर गैदरिंग बड़ी है तो व्यवस्था व्हाइट हाउस के लॉन में होती हैं।
स्टेट डिनर का मेन्यू तय करते वक्त इस बात का खास ख्याल रखा जाता है कि मेहमान को क्या-क्या पसंद है और उसके धार्मिक भावनाओं का भी ख्याल रखा जाता है। उदाहरण के तौर पर 15 अप्रैल 1980 को जब इजरायल के प्रधानमंत्री Menachem Begin अमेरिका की स्टेट विजिट पर गए थे, तब उनके खानपान की निगरानी के लिए एक रब्बी की भी नियुक्ति की गई थी।
PM मोदी के लिए क्या है खास?
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के स्टेट डिनर की बात करें तो इसका जिम्मा कैलिफोर्निया की मशहूर शेफ नीना कर्टिस (Nina Curtis) पर है। वह डिनर की गेस्ट शेफ हैं। व्हाइट हाउस के एक्जिक्यूटिव शेफ क्रिस कॉमरफोर्ड (Cris Comerford) और एक्जीक्यूटिव पैस्ट्री शेफ सूइस मॉरिसन (Susie Morrison) के साथ मिलकर खाना तैयार करेंगी।
साथ ही शाम में मनोरंजन का जिम्मा ग्रैमी अवार्ड विजेता वायलीन वादक जोशुआ बेल ( Joshua Bell) पर है।