कर्नाटक में दो महिला नौकरशाहों के बीच की लड़ाई अब खुलकर सामने आ गयी है। पिछले कई दिनों से महिला आईपीएस डी. रूपा (D Roopa Moudgil) सोशल मीडिया के जरिए आईएएस रोहिणी सिंधुरी (Rohini Sindhuri) पर गंभीर आरोप लगा रही थीं। अब IPS डी रूपा ने सोशल मीडिया पर IAS रोहिणी सिंधुरी की निजी तस्वीरें शेयर कर दी हैं।

डी रूपा कर्नाटक हस्तशिल्प विकास निगम (Karnataka Handicrafts Development Corporation) की प्रबंध निदेशक (Managing Director) हैं और सिंधुरी हिंदू धार्मिक संस्थानों और धर्मार्थ बंदोबस्ती विभाग (Hindu Religious Institutions and Charitable Endowment Department) की आयुक्त (Commissioner) हैं।

क्या है मामला?

सोमवार को निजी तस्वीरों को साझा करते हुए डी रूपा ने आरोप लगाया है कि IAS रोहिणी सिंधुरी ने  2021 और 2022 में तीन आईएएस अधिकारियों के साथ इन तस्वीरों को साझा किया है।

तस्वीर साझा करते हुए डी रूपा ने पूछा है, “क्या एक IAS अधिकारी नग्न तस्वीरें भेज सकता है? इन तस्वीरों को भेजने का क्या कारण था? एक समझौते के लिए? या यह अपने खिलाफ कार्रवाई को रोकने के लिए है, जहां प्रारंभिक जांच में आरोप साबित हुए थे? उन्हें जवाब देना चाहिए।”

एक दिन पहले डी रूपा ने IAS सिंधुरी के खिलाफ भ्रष्टाचार के आरोपों की एक लंबी सूची जारी की थी। साथ ही दावा किया था कि उन्होंने सिंधुरी की शिकायत कर्नाटक के मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई और मुख्य सचिव वंदिता शर्मा से की थी।

शनिवार को रूपा द्वारा सिंधुरी के खिलाफ आरोप लगाए जाने के बाद दोनों महिला नौकरशाहों के बीच कड़वाहट आई थी। हालांकि ये पहला मौका नहीं है जब दोनों अधिकारियों ने सार्वजनिक रूप से एक-दूसरे को अपमानित करने की कोशिश की हो। 2021 में जब सिंधुरी मैसूर में तैनात थीं, तब दोनों ने एक-दूसरे पर भ्रष्टाचार का आरोप लगाते हुए सार्वजनिक बहस की थी।

कथित तौर पर विवाद की शुरुआत तब हुई जब हाल ही में एक रेस्तरां में जनता दल सेक्युलर के विधायक महेश (Sa Ra Mahesh) के साथ सिंधुरी की तस्वीरें वायरल हुईं। डी रूपा ने सवाल किया कि एक आईएएस अधिकारी एक राजनेता से क्यों मिलेंगी?

IAS रोहिणी सिंधुरी का जवाब

सिंधुरी ने सभी आरोपों को खारिज किया है। उन्होंने कहा है कि, “उसने मुझे बदनाम करने के लिए सोशल मीडिया से तस्वीरें और (मेरे) व्हाट्सएप स्टेटस के स्क्रीनशॉट एकत्र किए। जैसा कि उसने आरोप लगाया है कि मैंने ये तस्वीरें कुछ अधिकारियों को भेजी हैं, मैं उनसे उनके नामों का खुलासा करने का आग्रह करती हूं।”

डी रूप को मानसिक रूप से बीमार बताते हुए सिंधुरी ने कहा है कि,”मानसिक बीमारी एक बड़ी समस्या है। इसके इलाज के लिए दवा और परामर्श आवश्यकता होता है। जब जिम्मेदार पदों पर लोग इससे प्रभावित होते हैं, तो यह और भी खतरनाक हो जाता है। रूपा आईपीएस मुझे बदनाम करे के लिए झूठा अभियान चला रही हैं।”

डी रूपा का पलटवार

रोहिणी सिंधुरी को जवाब देते हुए डी रूपा ने एक स्क्रीनशॉट शेयर किया है, जिसमें दिख रहा है कि फोटो भेजकर डिलीट किया गया है। रूपा का दावा है कि सिंधूड़ी ने अपने नंबर से किसी को अन्य अधिकारी को न्यूड तस्वीरें भेजी थीं और बाद में डिलीट कर दिया था। रूपा ने सिंधूड़ा का कथित मोबाइल नंबर भी सार्वजनिक कर दिया है।

मानसिक बीमारी वाली बात का जवाब देते हुए रूपा ने फेसबुक पर लिखा हैं, “उन्होंने Get well soon कहा। क्या सिंधूड़ी आज प्रेस में अपनी डिलीट हुई न्यूड तस्वीरों के बारे में बात करेंगी। इनका नंबर (मोबाइल नंबर) है ना? क्या IAS अधिकारी नग्न तस्वीरें भेज सकते हैं? आपने इस तरह की तस्वीरें क्यों भेजी? बातचीत के लिए? प्रारंभिक जांच के मामले में आगे की सजा रोकने के लिए जो आरोप साबित हो चुका है? उनको खुद जवाब देना होगा। Get well soon कहने से पता चलता है कि मानसिक बीमारी पर उनकी राय कितनी सस्ती है।”

सरकार की तैयारी

पहले मुख्यमंत्री बोम्मई ने इसे “व्यक्तिगत मामला” बताया था। लेकिन अब कर्नाटक के गृह मंत्री ने कहा है कि उन्होंने इस विवाद पर पुलिस प्रमुख से चर्चा की है और मुख्यमंत्री भी इससे अवगत हैं।

उन्होंने कहा, “हम चुप नहीं बैठे हैं, उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। दोनों ही बहुत खराब व्यवहार कर रही हैं। सामान्य लोग भी इस तरह से सड़कों पर नहीं बोलते हैं। उन्हें अपने व्यक्तिगत मुद्दों पर जो करना है करें, लेकिन सोशल मीडिया पर जिस तरह से व्यवहार कर रही हैं, वह सही नहीं है।”

कौन हैं डी रूपा?

कर्नाटक कैडर की IPS अधिकारी डी रूपा मौदगिल ने वर्ष 2000 में यूपीएससी की परीक्षा पास की थी। उनका ऑल इंडिया रैंक 43 था। डी रूपा को सख्त छवि वाली पुलिस अधिकारी हैं। उन्हें 2016 और 2017 में प्रेसीडेंट पुलिस मेडल भी मिल चुका है।

डी रूपा का जन्म कर्नाटक के देवणगेरे में हुआ था। रूपा के पिता जे एस दिवाकर एक इंजीनियर थे। डी रूपा ने कुवेंपु युनिवर्सिटी (Kuvempu University) से ग्रेजुएट और गोल्ड मेडलिस्ट हैं। उन्होंने बेंगलुरु युनिवर्सिटी से साइक्लॉजी में एमए करने के बाद नेट-जेआरएफ किया। साथ ही UPSC की तैयारी भी की थी।

24 साल की उम्र में यूपीएससी क्लियर करने वाली डी रूपा के पास आईएएस बनने का मौका था, लेकिन उन्होंने आईपीएस अफसर बनना चुना। साल 2004 डी रूपा मध्य प्रदेश की तत्कालीन मुख्यमंत्री उमा भारती को 10 साल पुराने मामले में गिरफ्तार करने पहुंची गई थी। तब रूपा की खूब चर्चा हुई थी।

कौन हैं रोहिणी सिंधुरी?

2009 बैच की आईएएस अधिकारी रोहिणी सिंधुरी केंद्र सरकार से पुरस्कार प्राप्त कर चुकी हैं। यह पुरस्कार उन्हें साल 2014 में जिला पंचायत मांड्या का सीईओ रहते रिकॉर्ड शौचालय बनवाने के लिए मिला था। 2015 में सरकार ने रोहिणी को उन तीन अधिकारियों में शामिल किया था जिन्हें स्वच्छ भारत मिशन के तहत अन्य अधिकारियों को ट्रेनिंग देने की जिम्मेदारी दी गई थी।

बिहार में भी विवाद

कर्नाटक से दो हजार किलोमीटर दूर बिहार में भी नौकरशाह आपस में भिड़े हुए हैं। होमगार्ड डीजी शोभा अहोतकर और आईजी विकास वैभव (IPS Vikas Vaibhav) ने एक दूसरे खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। दोनों के बीच टकराव इस कदर बढ़ गया है कि सरकार उन पर कार्रवाई करने के मूड में आ गई है। विकास वैभव पर विभाग के बातों को सार्वजनिक करने का आरोप लगाया गया था।