कानपुर के चर्चित बिकरू कांड के कुख्यात विकास दुबे के एनकाउंटर के बाद पुलिस ने कई लोगों को गिरफ्तार किया था। इसमें विकास दुबे के करीबी अमर दुबे की नव-विवाहिता पत्नी खुशी दुबे भी शामिल थीं। खुशी की गिरफ्तारी को लेकर सियासी घमासान भी मचा। वरिष्ठ पत्रकार अंजना ओम कश्यप ने एक इंटरव्यू के दौरान यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ से इसी मुद्दे पर सवाल किया था।

उन्होंने सीएम योगी से पूछा था, ‘खुशी दुबे को जानते हैं आप?’ इसके जवाब में सीएम योगी ने कहा था, ‘मैं प्रदेश की 24 करोड़ जनता को जानता हूं। मैं एक-एक व्यक्ति का परिचय अपने पास रखता हूं। किसी के भी बारे में पूछ लीजिए मैं सबके बारे में बता दूंगा।’

अंजना ओम कश्यप अगला सवाल करती हैं, ‘ब्राह्मण सम्मेलनों में ये मुद्दा बहुत जोर-शोर से उठाया जा रहा है। आपने विकास दुबे एनकाउंटर के बाद उनके सहयोगी को गिरफ्तार किया, लेकिन नव-विवाहिता खुशी दुबे को क्यों गिरफ्तार किया?’ इसपर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने जवाब दिया था, ‘मुद्दा तो संतोष शुक्ला की हत्या का भी उठना चाहिए। डिप्टी एसपी मिश्रा का भी उठना चाहिए, जिसकी दो नाबालिग बालिकाएं अनाथ हुई हैं। एक डिप्टी एसपी मारा जाए वो सही और अगर हम आरोपियों पर कार्रवाई करें तो गलत हो जाता है।’

बता दें, खुशी दुबे ने सुप्रीम कोर्ट से जमानत याचिका पर जल्द सुनवाई की मांग की थी। जिसके जवाब में सुप्रीम कोर्ट ने कहा था कि जमानत मामले पर सुनवाई दशहरे की छुट्टी की बाद की जाएगी। खुशी दुबे के वकील विवेक तन्खा ने कहा था कि जमानत याचिका पर सुप्रीम कोर्ट के नोटिस जारी करने के बाद भी उत्तर प्रदेश सरकार ने अभी तक अपना जवाब नहीं दाखिल किया है। अगर राज्य सरकार जवाब नहीं दाखिल करेगी तो कब तक एक नाबालिग को जेल में रखा जाएगा? इसलिए मामले में जल्द सुनवाई की जानी चहिए।

आपके पास रिवॉल्वर और राइफल क्यों है? एक अन्य इंटरव्यू में वरिष्ठ पत्रकार रजत शर्मा ने योगी आदित्यनाथ से पूछा था, ‘अगर आपने अपराध नहीं करना तो आपके पास एक लाख रुपए की रिवॉल्वर क्यों है? 80 हजार रुपए की राइफल क्यों हैं? ये सब दहशत फैलाने के लिए है और हमारे जैसे लोगों को आपसे सवाल पूछने से डरना चाहिए?’ योगी आदित्यनाथ का ये इंटरव्यू अब सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है।

रजत शर्मा के इस सवाल पर योगी आदित्यनाथ मुस्कुराते हुए जवाब देते हैं, ‘मेरे पास हथियार हैं क्योंकि एक संन्यासी होने के नाते हमारा दोनों का प्रशिक्षण होता है। शास्त्र का होता है तो शस्त्र का भी होता है। हम दोनों को साथ लेकर चलते हैं। इसलिए हमारे पास शस्त्र है और आगे भी रहेगा।’