उत्तर प्रदेश में विधानसभा चुनाव नजदीक आने के साथ राजनीतिक हलचल भी तेज हो गई है। हाल ही में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 3,240 करोड़ रुपए की लागत से बनी परियोजनाओं का उद्घाटन किया था। लेकिन अब इस बांध परियोजना की एक तस्वीर विवादों में घिर गई है। सोशल मीडिया पर भवानी बांध परियोजना के प्रचार में एक फोटो शेयर की जा रही है। इसमें एक डैम की फोटो छपी है। इस फोटो के साथ लिखा है- बुंदेलखंड को सौगात, भावनी बांध परियोजना।
वायरल हो रही फोटो में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की तस्वीर भी है। लेकिन विपक्षी दल और कई लोग इस तस्वीर पर सवाल उठा रहे हैं। पूर्व IAS सूर्य प्रताप सिंह समेत कई अन्य लोगों ने दावा किया है कि ये तस्वीर तेलंगाना-आंध्रप्रदेश की सीमा, कृष्णा नदी पर बने श्रीशैलम बांध की है। अब सूर्य प्रताप सिंह ने इस तस्वीर को लेकर एक ट्वीट भी किया है।
उन्होंने अपने ट्वीट में लिखा, ‘योगी जी, जब आपके पास विकास के नाम पर दिखाने के लिए कुछ नहीं तो अन्य राज्यों के विकास को अपना बता रहे हो। तेलंगाना-आंध्रप्रदेश की सीमा, कृष्णा नदी पर बने श्रीशैलम बांध को योगी जी के पोस्टर में बुंदेलखंड के ललितपुर की भवानी बांध परियोजना दिखाया गया है। फिर पकड़े गए, गज़ब है।’ अन्य यूजर राजीव निगम ने लिखा, ‘कितनी ईमानदार सोच है कि हमेशा फोटो दूसरे राज्यों से चेंपनी पड़ती है।’
मुमताज मीर नाम के यूजर लिखते हैं, ‘ये तस्वीर से ही साफ हो जाता है कि यूपी में कितना विकास हुआ है। आगे से कोई बीजेपी नेता बोले तो समझ जाना झूठ है। मोदी जी पता नहीं किस मुंह से रैलियां करते हैं।’ यूजर प्रकाश वालिया लिखते हैं, ‘दरअसल योगी जी अब इसे हनुमान जी की तरह, उसे उखाड़कर बुंदेलखंड में फिट कर देंगे।’ यूजर अरुण कुमार लिखते हैं, ‘अगर आपने अबकी बार योगी का सच खोला तो वो हिंडन नदी पर बनाये बांध का उद्घाटन 2070 में करेंगे।’
यूजर जिग्नेश पटेल लिखते हैं, ‘इसके लिए अकेली सरकार जिम्मेदार नहीं है। उनका साथ देने वाले लोग भी बराबर के जिम्मेदार हैं। किसान, अधिकारी, नेता सब गलत हो गए। अगर कोई सही है तो दिल्ली में मोदी और लखनऊ में योगी।’ एक यूजर ने लिखा, ‘ये तो कुछ नहीं है। योगी जी की इसमें कोई गलती नहीं है क्योंकि उन्होंने ये सब चीजें मोदी जी से ही सीखी हैं। मोदी जी होते तो इटली का बांध चिपका देते।’