चंकी पांडे बॉलीवुड के ऐसे स्टार रहे हैं जिनका करियर काफी उतार-चढ़ाव भरा रहा। गोविंदा की वजह से ही उनको बॉलीवुड में एंट्री मिली लेकिन एक समय ऐसा भी रहा जब गोविंदा की वजह से उनका करियर खत्म सा हो गया था। गोविंदा के साथ हिट फिल्म देने के बाद भी चंकी पांडे को फिल्में मिलनी बंद हो गई थीं।
बता दें चंकी पांडे का असल नाम सुयश पांडे है लेकिन घर में प्यार से उन्हें चंकी ही बुलाते थे। यही नाम उन्होंने फिल्मों में भी रखा। चंकी पांडे को गोविंदा के कारण ही पहली फिल्म ऑफर हुई थी। उन दिनों फिल्ममेकर पहलाज निहलानी गोविंदा के साथ अधिकतर फिल्में बनाते थे। ऐसी ही एक फिल्म बना रहे थे-आग ही आग। इस फिल्म के लिए उन्होंने गोविंदा को साइन भी कर लिया था लेकिन गोविंदा के भाई कीर्ति कुमार जो उन दिनों गोविंदा के साथ पैकेज के तौर पर काम करते थे, उन्होंने पहलाज से अपने लिए छोटा रोल देने की बात कही थी। लेकिन ऐसा नहीं हुआ और गोविंदा ने वो फिल्म छोड़ दी। और फिर फिल्म में एंट्री हुई चंकी पांडे की।
चंकी पांडे ने आग ही आग में गोविंदा का किरदार किया। धर्मेंद्र और शत्रुघ्न सिन्हा जैसे सुपरस्टार के साथ काम करने के बाद चंकी पांडे को पहचान मिल गई थी। इसके बाद वह अनिल कपूर के साथ तेजाब में नजर आए। चंकी पांडे का करियर अब चल पड़ा था। और इन्हीं दिनों चंकी ने एक साथ 20 फिल्में साइन कर ली थी। पैसा कमाने के लिए इन फिल्मों को साइन करना चंकी की सबसे बड़ी गलती साबित हुई। कुछ फिल्में हिट रहीं लेकिन अधिकतर फ्लॉप हो गईं। कुछ तो बनी ही नहीं। इसके बाद वह ‘खतरों के खिलाड़ी’, ‘घर का चिराग’ जैसी फिल्मों का हिस्सा रहे। ‘विश्वात्मा’ में भी नजर आए लेकिन उनकी हिट फिल्म साबित हुई गोविंदा के साथ ‘आंखें’। लेकिन आखें फिल्म की सफलता का सारा क्रेडिट गोविंदा को ही मिला।
आंखें 90 के दशक की बड़ी फिल्मों में से एक थी बावजूद इसके चंकी को फिल्में मिलनी बंद हो गई थीं। कुछ फिल्में मिलती भी तो सपोर्टिंग रोल ही ऑफर होते। उन दिनों चंकी अपने कुछ पैसे प्रॉपर्टी में निवेश किए थे। बॉलीवुड में खत्म होते करियर को देखते हुए उनके एक दोस्त ने बांग्लादेशी फिल्मों में जाने की सलाह दी।
और कोई रास्ता नजर नहीं आने के बाद चंकी ने बांग्लादेशी सिनेमा में ट्राई किया और उनकी फिल्में वहां काफी पसंद की जाने लगीं। बैक टू बैक 6-7 फिल्में करने के बाद चंकी की पहचान वहां शाहरुख खान और अमिताभ बच्चन के बराबर हो गई। इसके बाद चंकी ने साल 2003 में वापस हिंदी सिनेमा में कमबैक किया। उन्होंने क़यामत, एलान जैसी फ़िल्में की। जो बॉक्स-ऑफिस पर औसत साबित हुई।
काफी संघर्षों के बाद चंकी पांडे ने अपनी धमाकेदार वापसी साजिद नाडियावाला निर्देशित फिल्म हाउसफुल से की। इस फिल्म में उन्होंने आखिरी पास्ता की भूमिका अदा की थी। इस फिल्म में उनके अलावा अक्षय कुमार, रितेश देशमुख, दीपिका पादुकोण और लारा दत्ता मुख्य भूमिका में नजर आये थे। इस फिल्म ने बॉक्स-ऑफिस पर रिकॉर्ड तोड़ कमाई की थी। आखिरी पास्ता का किरदार काफी हिट रहा और हाउसफुल की फ्रेंचाइज में वे इसी किरदार में नजर आ। इन फिल्मों ने भी बॉक्स-ऑफिस पर काफी अच्छा व्यापार किया था।