सोशल मीडिया पर ‘सर तन से जुदा’ नारा तेजी से वायरल हो रहा है। नुपुर शर्मा के विवाद के बाद इस नारे को लेकर चर्चा तेज है, इतना ही नहीं इस नारे के नाम पर मर्डर की खबरें भी सामने आई हैं। इसी का जिक्र करते हुए फिल्ममेकर अशोक पंडित ने ट्वीट किया है। अशोक पंडित ने एड्वोकेट शशांक शेखर झा के ट्वीट को शेयर करते हुए प्रतिक्रिया दी है।

दरअसल शशांक शेखर झा ने अपने ट्वीट में लिखा था,”ये देखकर हैरान हूं कि लोकसभा या राज्यसभा में एक भी संसद सदस्य ने “सर तन से जुदा” पर चर्चा की मांग करना महत्वपूर्ण नहीं समझा।” इसे साझा करते हुए अशोक पंडित ने लिखा कि ये बहुत दुखद और शर्मनाक है।” इस ट्वीट पर तमाम लोगों ने प्रतिक्रिया दी है। बीडी नथयाल ने लिखा,”हमारे कानून निर्माताओं को इससे कोई मतलब नहीं है। वाकई शर्मनाक।”

आपको बता दें कि ‘सर तन से जुदा’ के नाम पर चल रहे धमकी भरे संदेशों की एआईएमआईएम चीफ असदुद्दीन ओवैसी ने कड़े शब्दों में निंदा की है। उनका कहना है कि वो इस नारे का कई बार विरोध कर चुके हैं।

आपको बता दें कि बीजेपी की पूर्व प्रवक्ता नुपुर शर्मा ने पैगंबर मोहम्मद को लेकर विवादित बयान दिया था। जिसके बाद केवल भारत ही नहीं, विदेशों में भी इसका विरोध हुआ। नुपुर शर्मा का समर्थन करने वाले दो लोगों का कत्ल भी हो चुका है। जिन लोगों ने उदयपुर के टेलर कन्हैयालाल की हत्या की थी, उन्होंने वीडियो जारी किया था, जिसमें उन्होंने अंत में कहा था,”सर तन से जुदा।”

कहां से आया ये नारा?

बता दें कि लगभग पांच साल पहले लखनऊ के कमलेश तिवारी ने जब पैगंबर मोहम्मद पर बयान दिया था, तब भी ये नारा काफी चर्चा में रहा था। लेकिन सबसे पहले ये नारा पाकिस्तान के पंजाब में सुना गया था। साल 2011 में गवर्नर सलमान तासीर की उनके गार्ड ने हत्या कर दी थी। दरअसल गवर्नर ने ईश निंदा कानून को गलत बताया था, जिसके बाद कट्टरपंथियों का कहना था कि ये पैगंबर मोहम्मद की तौहीन है।

इसके बाद वहां के मौलाना खादिम हुसैन रिजवी ने गर्वनर की मौत को जायज ठहराते हुए हत्यारे को ‘गाजी’ करार दिया था। वहीं गर्वनर के बयान को लेकर जुलूस निकाला गया, जिसमें पहली बार ये नारा सुनाई दिया था। पूरा नारा था,’गुस्ताख ए रसूल की एक ही सजा, सर तन से जुदा, सर तन से जुदा’। इसके बाद भारत के कट्टरपंथियों के बीच भी ये नारा मशहूर हो गया।