अभिनेता संजय दत्त ने अपने फिल्मी करियर में कई बेहतरीन फिल्में दी हैं लेकिन उनकी निजी ज़िंदगी कभी स्थिर नहीं रही। कभी वो ड्रग्स का शिकार हुए तो कभी उन पर आतंकवाद निरोधी कानून टाडा लगाया गया जिस कारण वो कई बार जेल गए। संजय दत्त को इस बात का बेहद अफसोस भी है कि उन्हें जेल में काफी वक्त गुजारना पड़ा। एक प्रमोशनल इवेंट के दौरान संजय दत्त ने कहा था कि वो अपनी ज़िंदगी से जेल जाने का कलंक मिटाना चाहेंगे।
दरअसल संजय दत्त अपनी फिल्म कलंक के प्रमोशन के लिए वरुण धवन, आलिया भट्ट, माधुरी दीक्षित और बाकी कास्ट के साथ मौजूद थे। इसी दौरान एक मीडियाकर्मी ने उनसे सवाल पूछा कि संजय दत्त अपनी जिंदगी से कौन सा कलंक हमेशा के लिए मिटाना चाहेंगे। जवाब में संजय दत्त ने कहा, ‘अरे भाई, मैं जेल गया वो कलंक…वो अभी मिट गया लगता है।’
12 मार्च 1993 में मुंबई में हुए बम धमाकों में कई बॉलीवुड हस्तियों समेत संजय दत्त का नाम सामने आया था। अदालत ने संजय दत्त को अबू सलेम और रियाज़ सिद्दीकी से अवैध हथियार लेने, उन्हें रखने और फिर उन्हें नष्ट करने का दोषी पाया गया था। अदालत में जो सुबूत पेश किए गए उनमें यह कहा गया कि संजय दत्त के पास जो हथियार थे, वो इस जखीरे का हिस्सा थे जिन्हें मुंबई बम धमाकों के दौरान इस्तेमाल किया जाना था।
वहीं संजय दत्त ने अपनी सफाई में कहा था कि वो अपने परिवार की सुरक्षा को लेकर चिंतित थे और इसी वजह से उन्होंने कुछ लोगों के कहने पर हथियार रखे। इसी बीच वो कई बार जेल गए और बेल पर बाहर आए। 31 जुलाई साल 2007 में टाडा कोर्ट ने संजय दत्त को 6 साल की सजा सुनाई। फिर साल 2013 में सुप्रीम कोर्ट ने टाडा के फैसले को सही ठहराते हुए संजय दत्त को 5 साल की सजा सुनाई।
संजय ने बार बार जेल जाने को लेकर एक बार कहा था कि मैं कोई राजनेता नहीं हूं लेकिन ए राजनीतिक परिवार से हूं इसलिए निशाने पर हूं। बता दें कि संजय दत्त के पिता सुनील दत्त फिल्मों के बाद राजनीति में आए थे। उन्होंने अपने बेटे को जेल से बचाने की भरपूर कोशिश भी की थी लेकिन को नाकामयाब रहे थे।