कश्मीर के कुलगाम में आतंकवादियों ने राजस्थान के बैंक मैनजर विजय कुमार को गोली मारकर उसकी हत्या कर दी। इस खबर पर ‘द कश्मीर फाइल्स’ बनाने वाले फिल्ममेकर विवेक अग्निहोत्री ने अफसोस जताया है।
उन्होंने अपने ट्विटर के जरिए विजय कुमार की मौत पर प्रधानमंत्री को टैग करते हुए कहा कि आतंकवाद के खिलाफ जंग छेड़ने का समय आ गया है। जिसपर एक यूजर ने कहा कि विवेक अग्निहोत्री को कश्मीर फाइल्स पार्ट टू के लिए कंटेंट मिल गया।
विवेक अग्निहोत्री ने अपने ट्वीट में लिखा,”ओह माई गॉड! राजस्थान के बैंक मैनेजर विजय कुमार को कश्मीर में आतंकवादियों ने मार दिया। अब ये केवल पंडितों या हिंदुओं के खिलाफ नहीं है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अब समय आ गया है आतंकवाद के खिलाफ जंग छेड़ने का। साथ ही, मुसलमानों के लिए आतंकवाद के खिलाफ बोलने और हिंदुओं के लिए खड़े होने का समय आ गया भी है।”
यूजर ने दी सावधान रहने की सलाह: इस पर आकाश मांडव्य नाम के यूजर ने लिखा,”इस पोस्ट के साथ आपने उन लोगों से सीधा दुश्मनी मोल ली है। जो किसी भी तरह मोदी जी को हटाना चाहते हैं। अब आपको भी ये पोलिटिकल दरिंदे छोड़ेंगे नहीं, जरा बचके, अपना और अपनों का ध्यान रखिएगा..”
जिसपर विवेक ने लिखा,”मुझे पता है, इसी डर से लोग सत्य नहीं बोलते। फिल्म आने के बाद जितनी नफ़रत और गालियाँ झेली हैं उसकी कोई सीमा नहीं। पर इसका मतलब यह नहीं की सत्य परास्त हो जाएगा।
यूजर बोला फिल्म के लिए कंटेंट मिल गया: पत्रकार अमित मिश्रा ने विवेक अग्निहोत्री पर तंज कसते हुए लिखा,”उसे लिए ये सिर्फ कश्मीर फाइल्स 2 का कंटेंट है।” जिसपर विवेक ने जवाब दिया,”तो कॉमरेड, आपको लगता है कि कश्मीर फाइल्स 2 बननी चाहिए? इसका मतलब है कि आप आतंकवाद का समर्थन करना बंद नहीं करेंगे।”
जवाब में अमित मिश्रा ने लिखा,”रो मत कॉमरेड विवेक, ये एक रियलिटी चेक का समय है।और हां कश्मीर फाइल्स टू जरूर बनाएं लेकिन बिना किसी एजेंडा के।”
बता दें कि विवेक अग्निहोत्री की फिल्म ‘द कश्मीर फाइल्स’ रिलीज से पहले और बाद में भी विवादों में घिरी रही। अब जब कश्मीर में आतंकी घटनाएं हो रही हैं, तो लोग फिल्म को दोषी बता रहे हैं। कमाल आर.खान ने भी घटना के बाद विवेक अग्निहोत्री पर निशाना साधा है।
केआरके ने ट्विटर पर लिखा है कि फिल्म कश्मीर फाइल्स से पहले कश्मीरी पंडित शांति से रह रहे थे, लेकिन अनुपम खेर-विवेक अग्निहोत्री ने प्रोपेगेंडा फिल्म बनाकर आतंकियों को उकसाया और उसका परिणाम ये है कि अब पंडित घाटी छोड़कर भागना चाहते हैं। जबकि खेर और अग्निहोत्री विदेश में ऐश काट रहे हैं।