जहांगीरपुरी में हनुमान जन्मोत्सव के जुलूस के दौरान हुई हिंसा मामले में दिल्ली पुलिस को विश्व हिंदू परिषद की ओर से धमकी मिली है। विहीप ने उनके कार्यकर्ताओं के खिलाफ कोई भी कार्रवाई करने पर पुलिस को जंग की धमकी दी है। इस मामले में तीखी टिप्पणी करते हुए बॉलीवुड एक्ट्रेस ऋचा चड्ढा ने दिल्ली पुलिस से सवाल किया है।

ऋचा चड्ढा ने ट्विटर पर लिखा, ”क्या यूं ही कोई भी राह चलता आपको धमका सकता है? चुनौती दे सकता है? वो भी बिना अनुमति यात्रा निकालने के बाद? कब तक आप केवल असहाय विद्यार्थियों की पिटाई करेंगे ? रेप के खिलाफ प्रोटेस्ट करती लड़कियों को बसों में भरेंगे? इन्होंने आपको चैलेंज किया है। देख लो!”

ये है मामला: 16 अप्रैल को हनुमान जन्मोत्सव पर दिल्ली के जहांगीरपुरी में भव्य जुलूस निकाला गया था। जिसमें दो समुदायों के लोगों के बीच झड़प हो गई। कुछ देर में दोनों पक्ष इतने उग्र हो गए कि मौके पर पथराव और आगजनी जैसी घटनाओं को अंजाम दिया। जिसमें 6 पुलिसकर्मियों समेत कई लोग घायल हुए। पुलिस ने इस मामले में सामने आया कि जुलूस निकालने के लिए कोई अनुमति नहीं ली गई थी।

जिसके बाद पुलिस ने आयोजकों के खिलाफ बिना अनुमति जुलूस निकालने के लिए मामला दर्ज कर, विहीप के एक नेता को गिरफ्तार कर लिया। हालांकि कुछ समय बाद पुलिस ने बताया कि भारतीय दंड संहिता की धारा 188 एक जमानती अपराध है। जिस व्यक्ति को गिरफ्तार किया गया था उसे पूछताछ के बाद छोड़ दिया गया।

विहीप ने दी धमकी: इस मामले में विहीप के राष्ट्रीय प्रवक्ता ने पुलिस की कार्रवाई को गलत बताया। उन्होंने कहा कि हमें पता चला है कि विहिप और बजरंग दल के कार्यकर्ताओं के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है और एक कार्यकर्ता को गिरफ्तार भी किया गया है। ऐसा करके उन्होंने बहुत बड़ी भूल की है। अगर पुलिस विहीप के कार्यताओं के खिलाफ गलत एफआईआर दर्ज करेगी या गिरफ्तार करेगी तो हम इसके खिलाफ लड़ेंगे।

बता दें कि प्रेस कांफ्रेंस के दौरान दिल्ली पुलिस कमिश्नर ने इस मामले में जानकारी देते हुए बताया कि,अब तक 23 आरोपियों को गिरफ्तार किया जा चुका है। घटना के दौरान कुल 9 लोग घायल हुए थे जिसमें 8 पुलिसकर्मी और 1 आम नागरिक था। आगे की कार्रवाई के लिए सीसीटीवी फुटेज और डिजिटल मीडिया को खंगाला जा रहा है।

इसी के साथ उन्होंने कहा कि कुछ लोग सोशल मीडिया के जरिए शांति भंग करने की कोशिश कर रहे हैं। सोशल मीडिया पर कड़ी निगरानी रखी जा रही है, अगर कोई गलत सूचना फैलाता पाया गया तो उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी।