उत्तर प्रदेश में राजनीतिक दलों ने चुनाव की तैयारी शुरू कर दी है। AIMIM चीफ असदुद्दीन ओवैसी भी इसी क्रम में उत्तर प्रदेश पहुंच गए हैं। यहां उन्होंने मुस्लिम मतदाताओं की खराब हालत का जिक्र किया। लाइव टीवी डिबेट में एंकर जब उनके भाषण का जिक्र करने लगीं तो AIMIM वारिस पठान उन्हें बार-बार टोकने लगे। ‘टाइम्स नाउ नवभारत’ की एंकर नाविका कुमार इससे बहुत नाराज़ हो जाती हैं और कहती हैं, ‘पहले मैं सवाल तो पूछ लूं?
नाविका कुमार कहती हैं, ‘आप विकास की इतनी सारी बातें कर रहे थे। अब ये बताइए ओवैसी साहब की बातों में विकास कहां खो गया? भारत माता की जय बोलने के समय आपको विकास और पेट्रोल याद आ जाता है। ऐसा आखिर क्यों होता है?’ इसके जवाब में वारिस पठान कहते हैं, ‘7 तारीख से ओवैसी साहब ने अपनी यात्रा शुरू की। वह अपने हिस्सेदारी की बात करते हैं। उन्हें लगता है कि 11 प्रतिशत से अगर कोई सीएम बन सकता है तो हम क्यों नहीं?’
पठान आगे कहते हैं, ‘उन्होंने एजुकेशन की बात करी। यूपी में 2 प्रतिशत भी मुस्लिम समुदाय के लोग शिक्षित नहीं है। अगर सच में विकास करना है तो करना चाहिए था। सत्ता की कुर्सी पर आते ही ये लोग सब कुछ भूल जाते हैं। चाहे योगी हों या कोई अन्य नेता किसी ने कुछ नहीं किया सिर्फ प्रदेश को खराब ही किया है।’ नाविका कुमार उन्हें बीच में रोकते हुए कहती हैं, ‘सोशल मीडिया पर भी ऐसा ही चल रहा है और आप लोगों पर धर्म की राजनीति करने का आरोप लगा रहे हैं।’
‘जनता के स्कूल को अपना बता रहे’ वारिस पठान इसके जवाब में बोलते हैं, ‘तेलंगाना चलकर देखिए ओवैसी साहब के पांच अस्पताल हैं। यहां हिंदुओं के बच्चे भी पढ़ाई करते हैं। इसलिए हम लोगों को आप ये नहीं कह सकते कि हम सिर्फ धर्म की राजनीति ही करते हैं। ओवैसी साहब जब भी जीतते हैं तो जनता की सभी समस्याओं को सुनते हैं।’ बीजेपी प्रवक्ता नूपुर शर्मा कहती हैं, ‘ओवैसी साहब अपने निजी जीवन में कुछ भी करें, लेकिन देश के लिए क्या कर रहे हैं? जनता के पैसे से चलने वाले स्कूल को ये लोग अपना स्कूल बता रहे हैं।’
नूपुर कहती हैं, ‘हमारी सरकार में अल्पसंख्यकों के लिए सबसे ज्यादा फंड जारी किए गए हैं। ये लोग कह रहे हैं कि हमने विकास किया। मदरसों कतो मुख्य धारा में लाने के लिए भी सरकार लगातार काम कर रही है। जय श्री राम तो मायावती के द्वारा बोला गया, कोई हमारा द्वारा ही नहीं बोला जा रहा है। आंकड़ों की बात करें।’
