फिल्मकार लीना मणिमेकलाई ने अपनी एक फिल्म का पोस्टर शेयर किया, जिस पर विवाद खड़ा हो गया है। इतना ही नहीं, लीना को अब कानूनी कार्रवाई का भी सामना करना होगा। काली मां के विवादित पोस्टर को शेयर कर लीना मणिमेकलाई विवादों में आई तो टीएमसी नेता महुआ मोइत्रा ने भी विवादित बयान दे दिया है। इस पर फिल्ममेकर अशोक पंडित ने ममता बनर्जी पर सवाल खड़ा किया है।
लीना मणिमेकलाई का बचाव करते हुए महुआ मोइत्रा ने कहा कि ‘ये आपके ऊपर है कि आप मां काली को किस रूप में लेते हैं। मेरे लिए तो मां काली मांसाहारी और शराब पीने वाली देवी हैं। मुझे इस फिल्म के पोस्टर से कोई आपत्ति नहीं है।’ मोइत्रा के इस बयान पर जब विवाद बढ़ा तो टीएमसी ने खुद को इससे अलग कर लिया। इसी पर अशोक पंडित ने प्रतिक्रिया दी है।
अशोक पंडित ने ट्वीट कर लिखा कि ‘महुआ मोइत्रा एक पार्टी TMC से संबंधित है जो पिछले विधानसभा चुनावों के बाद हिंदुओं के नरसंहार के लिए जिम्मेदार है। अब यह महिला लीना मणिमेकलाई का समर्थन कर रही है जो हमारी देवी काली मां का अपमान कर रही है। हिंदू इनके लिए मायने नहीं रखते।’
इतना ही नहीं, अशोक पंडित ने ममता बनर्जी से सवाल पूछा है कि ‘आप महुआ मोइत्रा को बर्खास्त क्यों नहीं करते और उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई क्यों नहीं करते?’ इस पर लोग भी अपनी प्रतिक्रियाएं दे रहे हैं। संजीव नाम के यूजर ने लिखा कि ‘हम छोटे देवताओं के बच्चों की तरह महसूस कर रहे हैं। केवल बड़े देवताओं और शांतिप्रिय धर्म की संतानों में ही बड़ी शक्ति होती है, जो भारत और बाकी दुनिया में दिखती है।’
वंदना नाम की यूजर ने लिखा कि ‘यह पहली बार नहीं है जब उसने ऐसा किया है। बार-बार ऐसा ही करने पर टीएमसी खुद को अलग करने के अलावा और क्या कार्रवाई करती है?’ अजीत ठाकुर नाम के यूजर ने लिखा कि ‘नूपुर शर्मा के स्टेटमेंट को भाजपा का स्टेटमेंट बोलकर क्यों रोना रो रही थी ममता बनर्जी? जबकि भाजपा ने तो उसपर कार्रवाई भी कर दिया था।’
बता दें कि फिल्ममेकर मणिमेकलाई की डॉक्यूमेंट्री ‘काली’ के एक विवादास्पद पोस्टर को लेकर दिल्ली पुलिस ने शिकायत दर्ज कर ली है। इस फिल्म में काली मां को सिगरेट पीते और LGBT कम्युनिटी के झंडे के साथ दिखाया गया था। वहीं अब मणिमेकलाई के समर्थन में उतरीं महुआ मोइत्रा ने इस विवाद को और बढ़ा दिया है।
