बॉलीवुड एक्टर शाहिद कपूर इन दिनों अपनी फिल्म ‘तेरी बातों में ऐसा उलझा जिया’ को लेकर सुर्खियों में छाए हैं। 9 फरवरी को सिनेमाघरों में रिलीज इस फिल्म को खूब पसंद किया जा रहा है। कृति सेनन और शाहिद कपूर स्टारर इस फिल्म ने अब तक वर्ल्डवाइड 125 करोड़ तक की कमाई कर ली है।
इसी बीच एक्टर ने बॉलीवुड में आउटसाइडर्स की एंट्री को लेकर खुलकर बात की है। एक्टर ने बताया है कि कैसे बॉलीवुड में बाहर से आए लोगों के साथ व्यवहार किया जाता है। इसके अलावा एक्टर ने बॉलीवुड कैम्प पर भी निशाना साधा है। शाहिद कपूर ने यह भी बताया कि उन्हें स्ट्रगल के दिनों में बुली किया गया था।
शाहिद कपूर ने क्या कहा
शाहिद कपूर ने हाल ही में नेहा धूपिया के शो ‘नो फिल्टर नेहा’ में कहा कि “शायद मुझमें किसी कैम्प का हिस्सा बनने की क्वालिटी नहीं है। मैं दिल्ली से था, जब मैं मुंबई आया तो मुझे मेरी क्लास में भी एक्सेप्ट नहीं किया गया। मैं आउटसाइडर था, क्योंकि मेरे बोलने का तरीका अलग था, मेरी बोली दिल्ली वाली थी। मेरे साथ बहुत लंबे समय तक बहुत बुरा बर्ताव किया गया। हम रेंट पर रह रहे थे, इसलिए हर 11 महीने में हम शिफ्ट हो जाते थे।”
एक्टर ने इंडस्ट्री पर साधा निशाना
शाहिद कपूर ने आगे कहा “मैं फिर श्यामक दावर से मिला और मुझे अखिरकार एक्सेप्ट कर लिया गया और आखिरकार अब मेरे पास दोस्तों का अपना ग्रुप था और फिर मैं एक्टर बन गया। जब मैं इंडस्ट्री में आया तो मुझे एहसास हुआ कि यह भी एक स्कूल की तरह ही है। यहां भी बहार वाले को आसान से स्वीकार नहीं करते ये लोग, इनको बड़ी समस्या होती है के तुम आ कैसे गये अंदर। कई सालों तक आपको ये सब झेलना पड़ता है।”
मुंह पर दरवाजा बंद कर दिया जाए
एक्टर ने आगे कहा कि “मुझे लगता है कि जो लोग क्रिएटिव हैं और वे अगर किसी के साथ कुछ अच्छा काम करना चाहते हैं तो उसे करने दिया जाए, लेकिन इसका मतलब ये नहीं है कि उसे नीचा दिखाया जाए या उसके मुंह पर दरवाजा बंद कर दिया जाए। मुझे बुली होने से नफरत है, जब मैं बच्चा था, टीनएजर था और छोटा था तब मुझमें लड़ने की हिम्मत नहीं थी, लेकिन अब अगर किसी ने मुझे बुली किया, तो मैं तुरंत मुंहतोड़ जवाब दूंगा।”