10 अप्रैल को जेएनयू (JNU) परिसर में मांसाहारी भोजन को लेकर हुई हिंसा का मामला गरमाता ही जा रहा है। शुक्रवार को हिंदू सेना द्वारा जेएनयू परिसर के बाहर ‘भगवा जेएनयू’ के भगवा झंडे और होर्डिग लगाए गए। हालांकि कुछ ही घंटे के भीतर ही पुलिस ने उन्हें हटा दिया।

अब कॉमेडियन राजीव निगम ने जेएनयू हिंसा और भगवा झंडे को लेकर तंज कसा है। उन्होंने ट्विटर पर भगवा जेएनजू के बैनर की तस्वीर शेयर करते हुए लिखा,”JNU को तोड़कर भव्य मंदिर बनना चाहिए, सिर्फ इतने से काम नहीं चलेगा।” जिसके बाद कई यूजर्स ने उनका समर्थन किया तो वहीं कई लोगों को उनकी बात गलत लगी।

इन लोगों को खटकी राजीव की बात: रोशन सिंह ने राजीव निगम के ट्वीट पर कटाक्ष करते हुए लिखा,”पहले विद्यालय ही शिक्षा का मन्दिर होता था। अब शिक्षा केन्द्र में भी मन्दिर बनाने की बात होने लगी।” आंदोलन पेरोडी ने तंज कसते हुए लिखा,”देश में मंदिर की ही तो जरूरत है, कॉलेज, स्कूल, यूनिवर्सिटी, हॉस्पिटल, एजुकेशन और रोजगार की जरूरत किसी को थोड़ी है। वहीं कुलदीप महेश्वरी ने लिखा,”वो कॉमेडियन है, उसकी बात को एन्जॉय करो और इग्नोर करो।”

विद्युत कुमार सिंह ने लिखा,”हां देश के सभी स्कूल-कॉलेज बंद करके मंदिर बना देना चाहिए, क्योंकि आप लोगों को पढ़े लिखे लोगों से एलर्जी है। आदमी जब पढ़ेगा तो अधिकार पहचानेगा, लोकहित में बोलेगा और अगर कमी की बात है पूरे देश में ऐसा कोई कॉलेज स्कूल नहीं जिस में कमी न हो या असामाजिक तत्व ना हो। सब को बंद कर दो भाई।”अशवनी चौहान ने लिखा,”मेरा तो ये कहना है राजीव भाई ऐसों को पुलिस धरे और भगवा रंग किए हुए लठ से इनकी खातिरदारी करे। मजाक बना दिया है, भगवा की आढ़ में गुंडागर्दी करने का।”

सुधीर सिंह राठौर ने लिखा,”JNU तोड़कर मन्दिर बना देने से समस्या हल करने के बजाए JNU के नियम में संसोधन करने की जरूरत है। कुछ बदलाव की सख्त जरूरत है। शिक्षण संस्थान अगर बन्द होने लगे तो फिर मन्दिर के लिए भी आप जैसे ही लोग कहने लगेंगे।”

श्याम सिंह दहिया ने लिखा,”बिल्कुल सही।” ऋषिकेश रानू ने लिखा,”इतनी बड़ी यूनिवर्सिटी के बच्चों का ये हाल है सोचों उन स्कूल के बच्चों का क्या हाल होगा। किस तरह से समाज में जहर फैलाया जा रहा है। कोई नहीं बचने वाला है सब धर्म के नाम पर अंधे हो चुके हैं।” अंबर ने लिखा,”ये अनपढ़ न खुद पढ़ेंगे, न किसी को पढ़ने देंगे। सरकार इन जाहिलों के लिए कुछ “अनपढ़ खाना” खुलवा दें, जहां वो जो चाहे करे, नाचे गाए, हुड़दंग करें। मगर स्कूल, कॉलेज को बख्श दें।”

बता दें कि शुक्रवार की सुबह हिन्दू सेना की तरफ से जेएनयू के बाहर भगवा पोस्टर और झंडे लगाए गए। जैसे ही झंडे और पोस्टर सोशल मीडिया पर वायरल हुए दिल्ली पुलिस ने तत्काल प्रभाव से उन्हें हटा दिया। जिसके बाद हिंदू सेना अध्यक्ष विष्णु गुप्ता ने कहा कि भगवा रंग आतंक का प्रतीक नहीं है। दिल्ली पुलिस को इतनी जल्दी झंडे नहीं उतारने चाहिए थे।