सनी देओल के बंगले की नीलामी को लेकर खबरों में बने हुए हैं। कहा जा रहा था कि एक्टर ने अपने मुंबई के जुहू स्थित बंगले के लिए लिया 56 करोड़ का लोन नहीं चुकाया है। बैंक ने उन्हें नोटिस भेजा था, जसिसमें घर की नीलामी की बात लिखी थी। हालांकि बाद में इसे वापस ले लिया गया है। लेकिन अब तक सनी देओल या उनके परिवार की ओर से कोई प्रतिक्रिया सामने नहीं आई थी। पहली बार एक्टर ने इस मामले पर चुप्पी तोड़ी है।

एएनआई के साथ बात करते हुए सनी देओल ने कहा,”मैं इस पर टिप्पणी नहीं करना चाहता। ये निजी मामला है। मैं कुछ भी बोलूंगा, लोग गलत मतलब निकालेंगे।” वहीं उनकी टीम ने एक बयान जारी किया है। जिसमें लिखा था, “हम इस मुद्दे को हल करने की प्रक्रिया में हैं और समस्या का समाधान हो जाएगा। हम इस पर आगे कोई अटकलें न लगाने का अनुरोध करते हैं।”

रविवार को सनी देओल को बैंक की ओर से एक नोटिस मिला था। जिसमें लिखा था कि लोन के लिए ली गई 56.9 करोड़ की पूर्ति न करने के कारण एक्टर का घर नीलाम कर दिया जाएगा। बैंक की ओर से उनके घर की नीलामी के लिए एक विज्ञापन भी जारी किया गया था। जिसमें बताया गया था कि जुहू के गांधीग्राम रोड पर अभिनेता के बंगले को 55.99 करोड़ रुपये का ऋण चुकाने में विफल रहने के बाद नीलामी के लिए रखा गया है।

सनी देयोल के भाई, बॉबी देयोल (विजय सिंह देयोल) , उनके पिता धर्मेंद्र सिंह देयोल और सन्नी देयोल की कंपनी सन्नी साउंड्स प्राइवेट लिमिटेड को उस ऋण के लिए गारंटर और कॉर्पोरेट गारंटर बताए गए हैं। जो उन्होंने बैंक ऑफ बड़ौदा से उधार लिया था। बैंक के विज्ञापन के अनुसार नीलामी 25 सितंबर को दोपहर एक बजे से तीन बजे तक और 22 सितंबर को शाम पांच बजे से शुरू होने वाली थी।

बैंक ऑफ बड़ौदा (बीओबी) ने मुंबई के जुहू में सनी के बंगले की ई-नीलामी पर एक नोटिस प्रकाशित किया था। इसके बाद सोमवार को बैंक ने “तकनीकी कारणों” का हवाला देते हुए नोटिस वापस ले लिया है।