6 अप्रैल, 1931-17 जनवरी, 2014
सुचित्रा सेन-उत्तम कुमार की जोड़ी लगभग ढाई दशक तक बांग्ला फिल्मों में छाई रही।  ‘देवदास’ और ‘आंधी’ के जरिये सेन हिंदी फिल्म दर्शकों के दिलों तक पहुंची।  ‘सात पाके बांधा’ के लिए 1963 में उन्हें मास्को फिल्मोत्सव में सर्वश्रेष्ठ अभिनेत्री का पुरस्कार मिला। पहली बार यह सम्मान किसी भारतीय अभिनेत्री को मिला था। 1978 में ‘प्रणय पाश’ की असफलता के बाद सुचित्रा सेन ने सार्वजनिक जीवन से दूरी बना ली और ज्यादातर जीवन ध्यान और प्रार्थना में गुजारा। खूबसूरती और बेमिसाल अभिनय के लिए सुचित्रा सेन आज भी याद की जाती हैं।

उत्तर प्रदेश में लोकसभा उपचुनाव की दो सीटों पर बसपा के साथ तालमेल के सुखद परिणाम मिलने के बाद सपा अब 14 अप्रैल को आंबेडकर जयंती भव्य तरीके से मनाने की तैयारी कर रही है। अभी तक सपा राम मनोहर लोहिया और जनेश्वर मिश्रा जैसे समाजवादी विचारधारा के नेताओ की जयंती समारोह बहुत धूमधाम से मनाती रही है, लेकिन अब पार्टी ने सभी जिला इकाइयों को निर्देश दिया है कि वह पार्टी मुख्यालयों या किसी सार्वजनिक स्थल पर आंबेडकर जयंती धूमधाम से मनाएं। लखनऊ विश्वविदयालय के राजनीति विज्ञान विभाग के पूर्व प्रमुख रमेश दीक्षित के मुताबिक सामाजिक न्याय के पक्षधर सभी दल एक प्लेटफार्म पर आ रहे हैं, इन दलों का यह आपसी सहयोग से उठाया गया कदम विरोधियों की हार का कारण बनेगा। इससे इन दलो के आपसी संबंध भी मजबूत होंगे। सपा अभी तक आंबेडकर जयंती पर एक सामान्य आयोजन करती थी लेकिन इस बार उसने अपने पार्टी कार्यकर्ताओं को निर्देश दिए है कि वह भव्य आयोजन करे और उसमें बाबा साहब के कार्यो के बारे में विस्तार से जानकारी दें।

सपा के प्रदेश अध्यक्ष नरेश उत्तम ने बताया कि आंबेडकर की 127 वां जन्मोत्सव 14 अप्रैल को है। पार्टी के सभी जिला मुख्यालयों को निर्देशित किया गया है कि वह बाबा साहेब के जन्मोत्सव पर भव्य कार्यक्रम का आयोजन करे और श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए उनके कार्यो के बारे मे कार्यकर्ताओ और जनता को जानकारी दे। हालांकि बसपा हर साल आंबेडकर जयंती बड़े धूम धाम से मनाती है और पार्टी सुप्रीमो मायावती और पार्टी कार्यकर्ता बाबा साहब को श्रद्धांजलि देते है और उन्हें याद करते हैं। पार्टी प्रवक्ता राजेंद्र चौधरी ने कहा कि ऐसा कहना गलत होगा कि हम पहली बार आंबेडकर जयंती मना रहे है। पार्टी हमेशा बाबा साहब के जन्मोत्सव और पुण्यतिथि पर उन्हें भावभीनी श्रद्धांजलि देती है। हम उन्हें सम्मान पूर्वक याद करते है।

भाजपा प्रवक्ता राकेश त्रिपाठी ने कहा कि यह एक बड़ा नाटक है। सपा ने जबसे हाथी (बसपा) का चुनाव चिह्न को दोस्त बनाया है, तब से इन्हें दलितों की चिंता हो गई है।
लेकिन प्रदेश के दलित उस दिन को नहीं भूले है जब 2012 में अखिलेश यादव मुख्यमंत्री बने थे और किस तरह से उनकी झोपड़ियां और घर जला दिए गए थे।