एक्ट्रेस श्वेता तिवारी के पहले पति राजा चौधरी इन दिनों अपनी दूसरी पत्नी श्नेता सूद से तलाक की लड़ाई लड़ रहे हैं। इसके अलावा उनकी गर्लफ्रेंड श्वेता शर्मा ने भी उनपर शराबी होने का आरोप लगाता है। हाल ही में श्रद्धा ने बताया कि राजा चौधरी एक अच्छे इंसान हैं लेकिन उन्हें शराब की लत है। राजा ने अपने जीवन में हो रही उतल-पुत्थल के बारे में बात की और इस दौरान वो भावुक हो गए। उन्होंने अपनी शराब की लत के बारे में बात की और ये भी बताया कि उनकी बेटी पलक तिवारी के पास भी उनके लिए समय नहीं है।
हाल ही में ईटाइम्स को दिए इंटरव्यू में राजा ने कहा कि वो दिल टूटे हुए इंसान हैं, वो खुद से जुड़े हर व्यक्ति से काफी आहत हैं। राजा ने बताया कि उन्हें शराब पीने की लत है और वो इसे छोड़ना चाहते हैं। इसके लिए उन्होंने डॉक्टरों से भी संपर्क किया और डॉक्टरों का कहना है कि वो शराब इसलिए नहीं छोड़ पा रहे हैं क्योंकि वो लूप में हैं।
परिवार ने भी छोड़ा साथ
राजा ने बताया कि उनके माता-पिता भी उनके साथ नहीं रहना चाहते। उनके परिवार ने उन्हें वापस मुंबई भेज दिया है। राजा के कहा,”मेरे घरवालों को लगता है कि में मुंबई को ही बिलॉन्ग करता हूं और वो मुझपर विश्वास नहीं करते।”
श्वेता तिवारी संग तलाक पर कही ये बात
राजा ने श्वेता तिवारी के साथ तलाक पर कहा कि श्वेता ने उनपर घरेलू हिंसा का आरोप लगाया था। एक दिन सभी न्यूज चैनल ने मशहूर लड़की और लड़के के बारे में बात की। उसके बाद क्या हुआ। लड़का बिग बॉस में जाकर और भी मशहूर हो गया। लेकिन वो गांव का एक आम इंसान था। राजा ने कहा,”मैं वो नहीं हूं जो मेरे बारे में दिखाया या कहा गया है। मैं बुरा व्यक्ति नहीं हूं।”
आपको बता दें कि श्वेता तिवारी और राजा चौधरी ने साल 1998 में एक दूसरे से शादी की थी। कई सालों तक एक साथ रहने के बाद दोनों ने साल 2012 में तलाक ले लिया। राजा की मानें तो वो साल 2021 में पूरे 13 साल बाद अपनी बेटी पलक से मिले। उन्होंने इससे पहले पलक को तब देखा था जब वो बच्ची थी। लेकिन अब वो बड़ी हो गई हैं और काम में व्यस्त हैं।
राजा ने कहा कि वो काफी समय से मिले नहीं है। उन्होंने कहा,”मैं उसे मैसेज या इमेल करता हूं और रिप्लाई का इंतजार करता हूं। मुझे उससे मिलने का मौका नहीं मिलता। हो सकता है वो बहुत व्यस्त हो या मुझे इग्नोर कर रही हो।” हालांकि, राजा को इससे कोई आपत्ति नहीं है क्योंकि उन्हें याद है कि उनके पास अपनी जवानी के दिनों में अपने माता-पिता के लिए भी समय नहीं था।