कहते हैं कि पढ़ाई की कोई उम्र नहीं होती है। इंसान किसी भी उम्र में इसे कर सकता है और अपने पसंद की डिग्री हासिल कर सकता है। शम्मी कपूर के बेटे आदित्य राज कपूर ने भी कुछ ऐसा ही किया है।

उन्होंने 67 साल की उम्र में अपनी ग्रेजुएशन पूरी की है। आदित्य ने फिलॉसफी में अपनी ग्रेजुएशन की है। आदित्य एक बिजनेसमैन हैं और गोवा में रहते हैं। आदित्य ने हाल ही में दिए इंटरव्यू में बताया है कि उन्हें जीवन में बहुत देर से एहसास हुआ कि पढ़ाई कितनी आवश्यक है।

उन्होंने बताया कि उन्हें उनकी बेटी तुलसी ने पढ़ाई करने के लिए प्रोत्साहित किया है। आदित्य ने अपने इंस्टाग्राम अकाउंट पर अपनी मार्कशीट के साथ फोटो शेयर की है। आदित्य ने यह भी बताया है कि उन्होंने अपनी मां का सपना पूरा कर लिया है।

61 साल की उम्र में की पढ़ाई की शुरूआत

आदित्य ने हाल ही में ई-टाइम्स को दिए इंटरव्यू में बताया कि “मेरे पास पढ़ाई करने के मौके थे लेकिन मैंने कभी उनकी तरफ ध्यान नहीं दिया। लेकिन इतने सालों में मुझे अपनी गलती का एहसास हुआ लेकिन यह पर्याप्त नहीं था, जब मैंने अपने भीतर खालीपन महसूस किया तभी मुझे शिक्षा के महत्व का एहसास हुआ। और मैंने फिलॉसफी में ग्रेजुएशन की।”

आदित्य ने आगे कहा कि “मैंने 61 साल की उम्र में पढ़ाई शुरू की। जिसका मतलब था कि मैं एंट्रेंस एग्जाम वगैरह देने के लिए तैयारी कर रहा था। मुझे कॉमर्स या बिजनेस कोर्स की जरूरत नहीं थी। न ही मुझे भूगोल और साइन्स चाहिए था। मुझे इतने टाइम तक जिस चीज ने प्रेरित किया वह हैं लोगों के विचार। इंसान क्या सोचता है। बस इन्ही सब चीजों की वजह से मैंने फिलॉसफी में पढ़ाई की।”

बेटी से मिली प्रेरणा

आदित्य ने आगे बताया कि “मेरी बेटी तुलसी ने मुझे पढ़ाई करने के लिए प्रोत्साहित किया। क्योंकि वह मुझे रिटायरमेंट के बाद खाली बैठा हुआ देखना नहीं चाहती थी। वह ही मुझे फॉर्म भरने के लिए ले गई। मैंने इग्नू में एडमिशन लिया। वहां की पढ़ाई भी मुझे सही लगी। किताबें घर पर आ जाती थीं। पास के कॉलेज में एग्जाम्स हो जाते थे। दो हफ्ते पहले, मैं 59.67% के साथ पास हुआ। फिलॉसफी में ऑनर्स के साथ सेकेंड डिवीजन आया। ‘मेरा परिवार खुश था। उन्हें विश्वास ही नहीं हो रहा था कि मैं पास हो गया। मैंने अब मास्टर्स इन फिलॉसफी में एडमिशन लिया है। वैसे मैंने ये सब अपनी मां गीता बाली के लिए किया है।”