कर्नाटक के कॉलेजों में हिजाब को लेकर छिड़ा विवाद सुप्रीम कोर्ट तक पहुंच गया है। गुरुवार को एक याचिकाकर्ता की तरफ से वरिष्ठ वकील कपिल सिब्बल ने सुप्रीम कोर्ट से मामले की सुनवाई के लिए अनुरोध किया तो चीफ जस्टिस एन वी रमना ने कहा कि मामला कर्नाटक हाई कोर्ट में लंबित है। पहले हाई कोर्ट का फैसला आने देना चाहिए। वहीं अब इस मुद्दे ने सोशल मीडिया पर नया विवाद छेड़ दिया है।
मशहूर लेखक, शायर जावेद अख्तर की पत्नी शबाना आजमी ने ट्विटर पर तिरंगे रंग की हिजाब पहनीं कुछ लड़कियों की तस्वीर को शेयर करते हुए लिखा है कि उन्हें उनके ही तरीके से हराना कैसा है? शबाना आजमी के इस ट्वीट पर तमाम प्रतिक्रियाएं सामने आ रही है।
मशहूर फिल्ममेकर अशोक पंडित ने प्रतिक्रिया देते हुए लिखा कि ये लोग ही राष्ट्रीय ध्वज को सांप्रदायिक रंग देने के बारे में सोच सकते हैं और फिर वे खुद को धर्मनिरपेक्ष कहते हैं। वैसे शबानाजी, जावेद अख्तर साहब कभी मुस्लिम महिलाओं को हिजाब की बेड़ियों से मुक्त कराने के हिमायती थे।
संतोष नाम के यूजर ने अपनी प्रतिक्रिया देते हुए लिखा है कि यह हमारे तिरंगे का अपमान करने वाली क्रिया है। नारायण गुप्ता नाम के यूजर ने लिखा कि इस्लाम में दारु हराम है,वो तो जावेद साहब छोड़ते नही होंगे। जबकि शिवा नाम के यूजर ने लिखा कि भगवा झंडा लहराने से तो यह कहीं बेहतर है।
आरिफा बलोच नाम के यूजर ने लिखा कि जिनको हिजाब पसंद है वो पाकिस्तान आ जाओ। यहां मन नही भरे तो अफगानिस्तान चले जाओ, बॉर्डर हम क्रास करा देंगे। भावेश मिस्त्री ने लिखा कि स्कूल में सिर्फ यूनिफॉर्म होगा, अगर आप यूनिफॉर्म नहीं पहनना चाहते हैं। जब तक आप उस स्कूल द्वारा निर्धारित यूनिफॉर्म में न हों, तब तक स्कूलों में प्रवेश न करें।
महिमा त्यागी नाम के यूजर ने लिखा कि शबाना आजमी को साधारण जी बात समझ नहीं आती है कि स्कूल, कॉलेज में यूनिफॉर्म होता है, अगर आज कुछ भी पहन के चले जाओ तो कल को कोई भगवा भी पहन के आ जाएगा। डा. मनीष चौहान नाम के यूजर ने लिखा कि शर्म करो ये देश का तिरंगा है। इसे तो मत लाओ हिन्दू मुस्लिम विवाद में। अगर सम्मान नहीं कर सकते तो कोई हक नहीं आपको इस देश में रहने का।