वरिष्ठ पत्रकार आशुतोष सोशल मीडिया पर काफी एक्टिव रहते हैं। आशुतोष बेबाकी से अपनी राय रखने के लिए जाने जाते हैं। इस बीच आशुतोष ने ट्वीट कर बॉलीवुड एक्टर सुशांत सिंह राजपूत की मौत के मामले में हो रही लगातार कवरेज पर नाराजगी जताई है। आशुतोष ने ट्वीट कर लिखा, ‘अगस्त महीने में दुनिया में सबसे ज़्यादा कोरोना केस भारत में आये। अमेरिका और ब्राज़ील से भी अधिक। ये टीवी मीडिया के लिये खबर नहीं है। सुशांत की मौत पर हम सब को अफ़सोस है, दुख है लेकिन वाल टू वाल कवरेज सिर्फ टीआरपी के लिये की जा रही है। अफ़सोस।’

आशुतोष के इस ट्वीट पर यूजर्स भी जमकर रिएक्ट कर रहे हैं। दलीप पंचोली नामक एक यूजर ने लिखा, ‘TRP के लिए ही सही लेकिन यदि वाल टू वाल कवरेज नहीं होती तो अब तक सुशांत सिंह राजपूत के मामले को रफा दफा कर दिया होता। अफसोस, यह बात इनके एजेंडे में फिट नहीं होती इस लिए यह गलत है।’

मनीष ठाकुर ने लिखा, ‘ये भी पत्रकारिता की सीख देंगे जिन्होंने अपने सम्पादकीय ताकत का इस्तेमाल अरविन्द के लिए दो साल तक इस उम्मीद में किया की दिल्ली से राज्य सभा पा सकें! पार्टी ज्वाइन कर तभी छोड़ दिया जब तीनों राज्य सभा सीट केजरीवाल ने तय कर ली! उम्मीद खत्म दुकान बंद! जबतक ऐसे बेशर्म बोलेंगे! बदलाव न होगा।’

प्रताप सिंह ने लिखा, ‘ये ट्वीट तुम्हारे लिये सही नही हैं। तुम्हरा जवान बेटा इसी तरह मर जाये तो तुम्हारे दिल पर क्या गुजरेगी। सुशांत सिंह राजपूत के केस में पूरा देश दुख मना रहा है। इसके पिता की क्या हालत हो रही है। तुम कुत्ते की तरह भौंक कर ये ट्वीट कर रहे हो। तुम्हे शर्म आनी चाहिये। एक अन्य यूजर ने आशुतोष को टैग करते हुए लिखा, ‘और भारत का रिकवरी रेट 70% से ज्यादा हो गया अफसोस यह आपके लिए अच्छी खबर नहीं है।’

बता दें कि इससे पहले सुशांत सिंह राजपूत केस की जांच करने मुंबई पहुंचे पटना एसपी विनय कुमार को जबरन क्वारंटीन करने और इस मामले में बिहार और महाराष्ट्र पुलिस के बीच जारी खींचतान के बीच आशुतोष ने बिहार पुलिस पर सवाल खड़े किए थे। ‘टाइम्स नाउ’ पर डिबेट के दौरान आशुतोष ने कहा था कि बिहार पुलिस का ट्रैक रिकॉर्ड ठीक नहीं है। उन्होंने कहा कि अगर आपको लगता है कि बिहार पुलिस मुंबई पुलिस से बेहतर है तो आपको गलतफहमी है।