शिवसेना नेता संजय राउत ने राज्यसभा में शुक्रवार को कहा कि किसानों के आंदोलन को बदनाम करने का प्रयास किया जा रहा है और किसानों के लिए खालिस्तानी, आतंकवादी जैसे शब्दों का इस्तेमाल किया जा रहा है। राउत ने कहा कि हक के लिए लड़ने वाले किसानों को देशद्रोही और कंगना रनौत-अर्णब गोस्वामी को देशप्रेमी कहा जा रहा है।
शिवसेना सांसद संजय राउत ने कहा- ‘200 के ज्यादा किसान इस प्रकरण में तिहाड़ जेल में बंद हैं और उनके ऊपर देशद्रोह का मुकदमा चल रहा है। 100 से ज्यादा युवा लापता हैं। कहां हैं, पुलिस ने उनका एनकाउंटर किया, क्या हुआ कुछ नहीं पता। लेकिन हमारे देश में कौन है देश प्रेमी, कंगना रनौत-अर्णब गोस्वामी, जिसकी वजह से एक शख्स ने आत्महत्या कर ली महाराष्ट्र में।’
संजय राउत ने आगे कहा- ‘उन्हें बालकोट स्ट्राइक के बारे में पहले से जानकारी थी। ये अर्णब गोस्वामी हमारे मंत्री प्रकाश जावड़ेकर… हम आदर करते उनका हमारे महाराष्ट्र से, क्या लिखा उनके बारे में उन्होंने? हम छोड़ो राजनीति में हैं, हमारे बारे में कुछ भी बोलो, लेकिन वो टीवी एंकर..आपको शर्म आनी चाहिए आपने उसे शरण दे रखी है।’ संजय राउत का ये वीडियो सोशल मीडिया पर अब वायरल होने लगा है। ऐसे में लोगो ने भी इसपर प्रतिक्रिया देनी शुरू कर दी है।
“बस वो एंकर और कंगना देशप्रेमी हैं, हक के लिए लड़ने वाले किसान देशद्रोही हैं” :- शिवसेना सांसद @rautsanjay61 जी @AUThackeray @priyankac19 @sakshijoshii @rajuparulekar pic.twitter.com/eJzryN8RHv
— Shilpa Bodkhe – शिल्पा बोडखे (@BodkheShilpa) February 5, 2021
शिल्पा बोडखे नाम की यूजर ने कमेंट किया- बस वो एंकर और कंगना देशप्रेमी हैं, हक के लिए लड़ने वाले किसान देशद्रोही। प्रद्दयुम्न तिवारी नाम के शख्स ने कहा- गली की पार्टी शिवसेना की सुई, गली और गाली से आगे नही बढ़ पा रही है। गली का एक सड़क छाप क्राइम रिपोर्टर सांसद बन के गली के छिछले मुद्दे को एक राष्ट्रीय मुद्दे से जोड़ रहा है। सरकार की जगह कंगना और गोस्वामी को संसद से जवाब दे रहा है, जाहिलों का लोकतंत्र बना दिया।
वैभव पुरोहित नाम के शख्स ने कहा- लालू ,फ़ारुक अब्दुल्ला, अलगाववादी, आज़म खां, मोहमद साद और जाने कितने पता भी नहीं कहां हैं। उसी लिस्ट में तुम भी हो। ज़्यादा हवा में मत उछलो। अब शिवसेना नहीं हो, तुम मोहम्मद सेना हो। सुखबीर ने कहा- यह तो रीत चल पड़ी है, विरोध के हर स्वर को देश विरोधी करार देकर समाप्त कर दो। आप जनता के मन मे वैमनस्य पैदा करके ओछी राजनीति, लोकतंत्र को किस दिशा में ले जाएंगे यह किसान आंदोलन में देखा जा सकता है।
राकेश ढाका नाम के शख्स ने कहा- कंगना के रग-रग में खेती बसी है, बस बीज जहर के बोती है फिर भी है तो किसान ही। पारस नाम के यूजर ने कहा- संजय जी ग्रेटा, मिया खलीफा, रिहाना आपकी तरफ से देशप्रेमी हैं ना। तो किसी ने दीप सिद्धू का नाम लिया। काफिर नाम के अकाउंट से कमेंट आया- बस दाउद इब्राहिम को भी समाजसेवी कह दो तो 100% सेकुलर सेना बन जाओगे।