आजतक की लाइव डिबेट में बीजेपी नेता संबित पात्रा और सपा नेता अनुराग भदौरिया के बीच तीखी बहस देखने को मिली। अंजना लाइव डिबेट में सवाल करती हैं- ‘आपकी सरकार की नाक के नीचे ये रैकेट चल रहा था। अब विपक्ष का ये कहना है कि चुनाव के मद्देनजर उत्तर प्रदेश ATS इस तरह के मामले को सामने ला रही है और आप मुस्लिमों को टारगेट करने के लिए ऐसा करते हैं? इस पर जवाब दीजिए?

अंजना ओम कश्यप के इस सवाल पर संबित पात्रा कहते हैं- ‘अंजना जी अभी आजतक की ही एक रिपोर्ट में सामने आया कि लोगों को डरा धमका कर, महिलाओं का रेप कर, ये सब किया जा रहा था। आपने पीड़ितों का साक्षातकार भी दिखाया। एक बहन हैं वो अपने दर्द को सुना रही थीं। और तो और जिन लोगों ने कन्वर्ट किया, मोहम्मद उमर गौतम के उस रिकॉर्डिंग भाषण को भी सुनेंगे जिसमें वह खुद मान रहे हैं कि हमारे इस प्रकार के सेंटर चलते हैं। हमने खुद 7 लोगों को कन्वर्ट किया है। अब प्रत्यक्ष तो प्रमाण की क्या आवश्यक्ता है?’

संबित पात्रा ने आगे कहा- ‘लोग परमनेंट विक्टिम कार्ड न चलें, मुझे आश्चर्य होता है। जब कोई आतंकवादी पकड़ा जाता है तो ये कहते हैं कि आतंकवाद का कोई धर्म नहीं होता। अगर आतंकवाद का धर्म नहीं होता है, इस तरह के जघन्य अपराध का धर्म नहीं होता है तो आप बचाने क्यों आ जाते हैं? मुसलमानों को विक्टिम बनाने की कोशिश कैसे हो सकती है?’

उन्होंने आगे कहा- ‘अगर कोई आतंकवादी पकड़ा गया है, उसका कोई धर्म नहीं है मजहब नहीं है तो फिर ये मजहब के ठेकेदार उसे बचाने क्यों आ जाते हैं? कि देखों किसी मुस्लिम के ऊपर अत्याचार हो रहा है? अरे वो तो मुस्लिम है ही नहीं।’

पात्रा की ये बात सुन कह सपा प्रवक्ता अनुराग भदौरिया कहते हैं- ‘मान लीजिए अगर यही घटना पश्चिम बंगाल में होती तो संबित पात्रा बिन नाश्ता किए सुबह सुबह चिल्ला रहे होते और थिएटर कर रहे होते-अरे इस्तीफा देना चाहिए भाई। अरे उत्तर प्रदेश में ये घटना हुई है तो इस्तीफा क्यों नहीं मांगा जा रहा सीएम का? योगी सरकार की नाक के नीचे ये सब चलता रहा। साढ़े चार साल से आपकी सरकार है, पुलिस को इसकी भनक नहीं लगी? आप सरकार में तब से बैठ कर झुंझुना बजा रहे थे?’

 

इस बीच दोनों नेताओं के बीच तीखी बहस शुरू हो गई। ऐसे में संबित पात्रा सपा नेता के लिए कहने लगे- ‘आप तो ऐसे बोल रहे हैं जैसे एक खलौने को चाबी दे दो, वो रुकता ही नहीं है। भदौरिया जी जरा सुन लीजिए मुंह के साथ साथ कान का भी थोड़ा इस्तेमाल कर लीजिए। ‘ इस पर सपा नेता कहते हैं- ‘आप भी तो आंखों का इस्तेमाल कीजिए।’ पात्रा फिर कहते हैं- पहले सुन तो लीजिए। आप मस्तिष्क का इस्तेमाल कीजिए।’