उत्तर पश्चिमी दिल्ली के मंगोलपुरी इलाके में रिंकू शर्मा नाम के एक युवक की हत्या के बाद सोशल मीडिया पर एक वर्ग यह कह रहा है कि रिंकी शर्मा की हत्या इसलिए की गई क्योंकि वो हिंदू था और उसका संबंध बजरंग दल से था। हालांकि दिल्ली पुलिस इस हत्या को सांप्रदायिक हिंसा का मामला बताने से साफ इंकार करती रही है। पुलिस का कहना है कि हत्या आपसी रंजिश के कारण हुई है। लेकिन फिर भी सोशल मीडिया पर इस हत्या को सांप्रदायिक हिंसा का मामला बताकर बहस जारी है।

बॉलीवुड अभिनेत्री कंगना रनौत ने इस घटना पर दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल पर निशाना साधा और कहा कि इस प्रदेश में केजरीवाल अल्पसंख्यकों की राजनीति कर रहे हैं। उन्होंने फिल्ममेकर अशोक पंडित का ट्वीट रीट्वीट करते हुए लिखा, ‘शर्म करो अरविंद केजरीवाल, ये सिर्फ आपकी अल्पसंख्यक राजनीति है जिसके कारण उन्हें ऐसा लग रहा है कि दिल्ली अब जिहादी शासन के अधीन है। केवल राम नाम जपने के लिए हिंदुओं की खुली हत्याएं.. परिवार में एक मात्र कमाने वाला, अच्छा व्यवहार करने वाला बच्चा, विष्णु का भक्त, अपने घर में ही लिंच हो गया।’

कंगना रनौत ने जो अशोक पंडित का ट्वीट रीट्वीट किया है उसमें एक वीडियो भी शेयर किया गया है जिसमें एक वृद्ध महिला, जो कथित तौर पर मृतक रिंकू शर्मा की पड़ोसी हैं, कह रही हैं कि राम का नाम लेने पर आज इस बच्चे को मारा है। उनका कहना था कि रिंकू अच्छे स्वभाव का नौकरी करने वाला लड़का था। कंगना रनौत के इस ट्वीट पर यूजर की अलग अलग प्रतिक्रिया देखने को मिल रही है। नरूंदर नाम के यूजर ने लिखा, ‘दिल्ली पुलिस अमित शाह के अधीन है, आप उन्हें टैग कर सकती हैं क्या?’

 

निडा नाक से एक यूज़र ने लिखा, ‘यह माना जा सकता है कि राहुल गांधी के पूर्वज मुसलमान थे इसलिए वह हिंदुओं का समर्थन नहीं करते परंतु दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के बारे में क्या सोचा जाए वह मुस्लिम समुदाय का ही साथ क्यों देते हैं।’

 

जय हिन्द नाम के एक यूज़र लिखते हैं, ‘क्या तुम पागल हो? पुलिस ने साफ कह दिया है कि आपसी रंजिश के कारण उसकी हत्या हुई है और वो पुलिस अमित शाह के अंडर है। ये दिल्ली में दंगे भड़काने की कोशिश कर रही है। इसे अरेस्ट किया जाना चाहिए लेकिन नहीं क्योंकि ये अपने फायदे के लिए बीजेपी के तलवे चाटती है।’

 

पंकज नाम के यूज़र ने लिखा, ‘हिन्दुस्तान में हिंदू होना सबसे बड़ा गुनाह है। यहां कोई केजरी, राहुल, प्रियंका, अखिलेश, ममता, ओवैसी, उद्धव नहीं आएगा! क्योंकि उनको हिंदुओं से या हिंदुस्तान से कोई प्यार नहीं है।’