माइक्रोब्लॉगिंग साइट ट्विटर को लेकर बहस गर्म हो गई है। कोरोना संकट के बीच सोशल मीडिया पर चल रही कई एक्टिविटीज पर अब सरकार की पैनी नजर है। ऐसे में सोशल मीडिया पर ‘नकेल’ कसने को लेकर रिपब्लिक भारत की लाइव डिबेट पूछता है भारत में तगड़ी बहस देखने को मिली। इस बीच बीजेपी प्रवक्ता गौरव भाटिया ने कहा कि भारत के संविधान और कानून से ऊपर कोई सोशल मीडिया प्लैटफॉर्म नहीं है। उन्होंने कहा- हमारे देश में कानून सर्वोपरि है, नीली चिड़िया का दफ्तर नहीं।
गौरव भाटिया ने आगे कहा- जो नीली चिड़िया व हरे तोते उड़ाना जानता है वो उनके पर भी काटने जानता है। दरअसल, शो पर एंकर ऐश्वर्या कपूर कहते हैं- ‘कुछ लोगों के लिए ट्विटर भगवान बन गया है। जिनके लिए ट्विटर सांस के बराबर है कि ऑक्सीजन लेनी है, कि ये ट्विटर के बराबर है उनके लिए और कुछ जरूरी नहीं। लेकिन ये उनको भी तो समझना पड़ेगा कि अगर ये हिंदुस्तान में है तो नियम भी तो हिंदुस्तान के चलेंगे।’
उन्होंने आगे कहा- ‘संविधान तो भारत का है। ट्विटर अपना संविधान बनाकर थोड़े ही ना कहेगा कि मैं सही और आप गलत।’ इस पर गौरव भाटिया जवाब देते हैं- ‘बिलकुल सही, भारत में रहना है तो भारत का संविधान मानना पड़ेगा। यहां नीली चिड़िया और हरे तोते उड़ाना जानते हैं, तो उनके पर काटना भी हम लोग जानते हैं।’
जो नीली चिड़िया व हरे तोते उड़ाना जानता है वो उनके पर भी काटने जानता है- बीजेपी प्रवक्ता गौरव भाटिया
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— रिपब्लिक.भारत (@Republic_Bharat) May 25, 2021
गौरव भाटिया ने आगे कहा- जितने भी लोग हैं उन्हें मैं कहना चाहूंगा, ट्विटर पर कितने भी फॉलोअर्स हों, भारत की अखंडता से बढ़कर कुछ भी नहीं। सोशल मीडिया पर ट्विटर पर तगड़ी बहस चलती दिख रही है।
लोग दो धड़ों में बटें नजर आ रहे हैं। ऐसे में सोशल मीडिया पर इस मुद्दे पर लोग कमेंट कर अपनी राय देने लगे। एक यूजर ने लिखा- ट्विटर तो कब से ये काम करता आ रहा है, सरकार तो अब इस बात को नोटिस कर रही है।
जेपी त्रिपाठी नाम के यूजर ने बीजेपी प्रवक्ता के कमेंट पर कहा- हरे तोते, ये वाला मस्त था भैया। बिना नाम लिये शांति दूतों की बैंड बजा दी। तो किसी ने पूछा कौन हरा तोता? दयाल नाम के यूजर बोले- सब तो खत्म कर दिया अब क्या बचा फिर जनता के पास? टूलकिट मामलाः ट्विटर ने पांच और भाजपा नेताओं के ट्वीट को बता दिया मैनिपुलेटेड, भड़क गई मोदी सरकार