राज्यसभा में पीएम नरेंद्र मोदी के ‘आंदोलनजीवी’ शब्द के इस्तेमाल पर सियासी चर्चा तेज हो गई है। ऐसे में रिपब्लिक भारत (Republic Bharat) पर अर्णब गोस्वामी ने भी अपने शो Poochta Hai Bharat में इस शब्द का खूब इस्तेमाल किया। इस दौरान अर्णब ने सामने बैठे पैनलिस्ट से सवाल किया कि क्या वह आंदोलनजीवी हैं?
अर्णब डिबेट शो में कहते हैं- ‘आंदोलनजीवियों के बारे में दो शब्द मैं अपनी ओर से भी रखना चाहता हूं आपके सामने। ये आंदोलनजीवी कैसे होते हैं? ये आंदोलनजीवी किस तरह के होते हैं? ये क्या खाते हैं? ये क्या पीते हैं? ये कैसे सोचते हैं? अब इनके बारे में मैं ये बात रखूंगा..कि साजिशा इल्मी जी ये आंदोलन गिद की तरह होते हैं। ये मंडराते रहते हैं मंडराते रहते हैं। जमीन पर इन्हें चारे की तरह प्रदर्शन मंच दिखाई देता है।’
तभी शाजिया इल्मी ने भी इस बीच अर्णब की बात का समर्थन करते हुए कहा- ‘प्रधानमंत्री जी ने भी ये साफ शब्दों में कहा-कोई भी मामला हो, किसान हो मजदूर हो, विद्यार्थी हो, ये लोग हर जगह पहुंच जाते हैं। इनका काम ही यही है और अब इनका जीवन भी यही हो गया है। मैं अन्ना हजारे के आंदोलन में भी, मैं निर्भया आंदोलन में भी थी लेकिन मैं हर आंदोलन में नहीं घुसती। मैंने आंदोलन से एक रुपया एक पैसा नहीं कमाया।’
इसके बाद अर्णब गोस्वामी पैनलिस्ट अजय अरोड़ा से कहते हैं- ‘अजय जी आपके बारे में सुनिए मुझसे, क्योंकि आप भी एक आंदोलनजीवी हैं। तो लोग मुझे पूछ रहे हैं-जब ये किसी आंदोलन में घुसते हैं,तो महीने दो महीने तक अपनी खुराक की तैयारी कर लेते हैं और अपनी लच्छे दार बातों से प्रदर्शन करने वालों को रिझाते और गुमराह करते हैं। मीठी मीठी बात करते हैं।’
इस बीच शाजिया और अजय दोनों ही बोलने लगते हैं और अर्णब बोलते बोलते डिस्टर्ब हो जाते हैं। जिसको लेकर अर्णब कहते हैं- ‘अरे मेरे साथ ऐसा मत करो, मेरा गला खराब है। अजय जी ऐसा मत करो बोलने दो मुझे। ऐसा व्यवहार तो मुंबई पुलिस ने भी नहीं किया था मेरे साथ।’