किसानों के हक की मांग कर आंदोलन करने वाले राकेश टिकैत अक्सर सरकार को घेरने वाले बयान देते हैं। पिछले दिनों राकेश टिकैत ने कहा था कि सरकार के खिलाफ एक बार फिर बड़ा आंदोलन खड़ा करने में हमें देर नहीं लगेगी। अब राकेश टिकैत ने एमएसपी को लेकर फिर सरकार पर हमला बोलते हुए आंदोलन की धमकी दी है।
राकेश टिकैत ने सरकार पर बोला हमला: एक अखबार की कटिंग को शेयर करते हुए राकेश टिकैत ने ट्विटर पर लिखा कि “संसद की समिति ने माना कि कृषि मंत्रालय किसानों की आय दोगुना नहीं कर पाया, कई राज्यों में आय घट गई। जब तक एमएसपी गारंटी कानून नहीं बनेगा, स्वामीनाथन रिपोर्ट लागू नहीं होगी तब तक किसान लुटता रहेगा। किसान अधिकारों की लड़ाई और तेज करने का वक्त आ गया है।” राकेश टिकैत के इस ट्वीट पर अब लोग अपनी प्रतिक्रियाएं दे रहे हैं।
लोगों की प्रतिक्रियाएं: अहिबरन यादव नाम के यूजर ने लिखा कि “किसानों के पक्ष में बने तीनों कानूनों को आपने अपने दबाव में सरकार से वापस करवा दिए। इन्हीं कानूनों से तो किसानों की आय दुगनी होनी थी जो अब नहीं हो पाएगी।” मानव नाम के यूजर ने लिखा कि “आप मानने वाले नहीं हैं, एक और आंदोलन करके रहेंगे, 2024 के लिये लिबरल पिच तैयार जो करना है।”
विनोद कुमार नाम के यूजर ने लिखा कि “अगर कृषि कानून लागू हो जाता तो हो सकता है कि किसानों की आय दुगनी हो जाती।लेकिन आपने बेड़ा गर्क कर दिया।” अनमोल नाम के यूजर ने लिखा कि “हम किसान कितने ईमानदार है चुनाव में पता चल गया, अब रहने भी दो सर जी।” दिनेश चौधरी नाम के यूजर ने लिखा कि “जब तक आप जैसे लोग किसानों के ठेकेदार बने रहोगे तब तक किसानों की आय दोगनी नहीं हो सकती।”
एबी नाम के यूजर ने लिखा कि “ताऊ अब न तो तुम किसान रहे और न ही नेता, तो फिर क्यों सिर फोड़ रहे हैं?” नेत्रपाल सिंह नाम के यूजर ने लिखा कि “अब कुछ नहीं होता चौधरी साहब, एम एस पी को कोको ले गई।” संतोष कुमार नाम के यूजर ने लिखा कि “क्योंकि कुछ लोगों ने अपने राजनीतिक आकाओं से पैसे लेकर किसानों के लिए अच्छा बिल वापिस करवाने के लिए आतंक मचाया। लेकिन बिल तो आएगा।”
बता दें कि तीन कृषि कानून को लेकर राकेश टिकैत ने गाजीपुर बॉर्डर पर एक साल से अधिक वक्त तक आंदोलन का प्रतिनिधित्व किया था। आंदोलन को देखते हुए सरकार ने तीनों कृषि कानून को वापस लेने का फैसला किया था। इसके बाद राकेश टिकैत लगातार भाजपा के विरोध में अपनी राय रखते आ रहे हैं और सरकार को सत्ता से हटाने की अपील भी कर चुके हैं।