कृषि कानून रद्द होने के बाद किसान संगठनों ने आंदोलन स्थगित करने का फैसला किया था। दिल्ली के बॉर्डर पर बैठे सभी किसानों ने वापस लौटने का फैसला किया था। भारतीय किसान यूनियन के प्रवक्ता राकेश टिकैत ने साफ कर दिया था कि अगर जरूरत पड़ती है तो वह अपना आंदोलन दोबारा शुरू करेंगे। इस बीच उनका एक पुराना इंटरव्यू भी वायरल हो रहा है। इसमें उनसे अखिलेश यादव और उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव को लेकर सवाल पूछा गया था।
राकेश टिकैत से सवाल पूछा गया था, ‘अखिलेश यादव ने आपको चुनाव लड़ने के लिए न्योता दिया है। उस पर आप क्या फैसला करेंगे?’ इसके जवाब में उन्होंने कहा था, ‘उनको हम लोग सिर्फ धन्यवाद ही देना चाहेंगे। हम लोग पहले ही साफ कर चुके हैं कि हमें चुनाव नहीं लड़ना है। जिस भी आदमी ने ऐसा कहा है हम बस उसका धन्यवाद ही देना चाहते हैं। हम लोग तो बस आंदोलन ही करना चाहते हैं। किसानों के गन्ना भुगतान की समस्या अभी तक बनी हुई है। प्रेस के लोगों ने भी हमारा बहुत साथ दिया।’
उन्होंने आगे कहा था, ‘सरकार जिम्मेदारी है कि किसानों को समय पर गन्ने का पैसा मिले। अगर ऐसा नहीं होता है तो आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई होनी चाहिए। क्योंकि सरकार अगर ऐसा नहीं करेगी तो संभव नहीं होगा। कागजों में कुछ भी लिख लो, लेकिन सच्चाई इससे बिल्कुल अलग होती है। हम लोगों ने गन्ना दे दिया तो 14 दिन में गन्ने का पैसा मिलना चाहिए। दिल्ली में पोस्टर लगा रखे हैं कि यूपी में रोजगार दे दिया। हम ये पूछना चाहते हैं कि आपने किसी रोजगार दिया। गन्ने के भुगतान के बैनर तो दिल्ली में भी लगा रखे हैं।’
उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव को लेकर जब राकेश टिकैत से सवाल पूछा गया तो उन्होंने कहा था, ‘जब 2022 का चुनाव आएगा तो हम लोग सब बता देंगे। इतनी जल्दी करने का अभी कोई फायदा नहीं है। हम तो सब चीजों को लेकर सच्चाई ही बोलेंगे। जो काम सरकार ने किए और जो वायदा करने के बाद भी नहीं किये। इन सभी चीजों को लेकर हम अपनी आवाज़ बुलंद करेंगे। जनता के बीच इन सभी चीजों को लेकर जाएंगे। हम किसी दल के विरोधी नहीं हैं। हमें तो बस अपनी मांग को मनवाना है।’