उत्तर प्रदेश में विधानसभा चुनाव के मद्देनजर सियासत गर्म है। सड़क से लेकर सोशल मीडिया तक, चुनावी चकल्लस और बहस देखने को मिल रही है। भारतीय किसान यूनियन के नेता राकेश टिकैत ने मिशन यूपी की शुरुआत की है। वे सत्तारूढ़ बीजेपी सरकार के खिलाफ हमलावर नजर आ रहे हैं। एक इंटरव्यू के दौरान जब उनसे सीएम के साथ-साथ पीएम मोदी का नाम लेकर सवाल किया गया तो उन्होंने तीखी टिप्पणी की। एबीपी न्यूज के साथ बातचीत में टिकैत ने तंज कसते हुए कहा कि अगर प्रेशर हो तो आदमी काम भी नहीं कर पाता और न ही खुलकर अपनी बात बोल पाता है।
टिकैत ने कहा कि जब किसी एक के पास पूरी पावर हो तो वो जनता से सलाह कर के काम कर सकता है। इसके साथ ही उन्होंने पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह का जिक्र करते हुए उनकी तारीफ की। दरअसल, बातचीत के दौरान उनसे सवाल किया गया कि योगी जी ने आपका साढ़े तीन काम भी कर दिया। लेकिन दिल्ली से जो पॉलिसीज होती हैं, वो ठीक से नहीं होती और गड़बड़ होता है। आप क्या कहना चाहते हैं कि आपका योगी जी के साथ कामकाज ठीक है, लेकिन मोदी जी आपकी दाल नहीं गलने देते?
जिसपर टिकैत ने कहा, ”हमने कहा है कि कोई भी आदमी खराब नहीं होता, उसकी पॉलिसी खराब होती है। बात ये है कि अगर वो इंडिपेंडेंट चला जाए और किसी का प्रेशर उसपर न हो तो वो बहुत काम कर सकता है।” आगे पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह का जिक्र करते हुए टिकैत ने कहा, साल 2007 से पहले हम देश में गेहूं बाहर से आयात कर रहे थे। मनमोहन सिंह ने टिकैट साहब को बुलाकर देश में ही गेहूं उगाने का सुझाव मांगा और भारत सरकार ने वो सुझाव माना। उसके बाद एक किलो गेहूं भी बाहर से नहीं मंगाया गया है। टिकैत ने कहा कि सलाह कोई भी आदमी दे सकता है, उसको मानना या ना मानना सरकारों का काम है।
आपको बता दें कि टिकैत समेत तमाम किसान संगठनों ने कृषि कानूनों के विरोध में मोदी सरकार के खिलाफ मोर्चा खोला था। लंबे समय तक चला किसान आंदोलन बीते 11 दिसंबर को समाप्त हुआ। सरकार ने कृषि कानून वापस ले लिए थे। बाद में सरकार और किसान संगठनों के बीच एमएसपी को लेकर एक कमेटी बनाने, आंदोलन के दौरान प्रदर्शनकारी किसानों पर दर्ज हुए मुकदमे वापस लेने और मृतक किसानों के परिवारजनों को मुआवजा देने जैसे मुद्दे को लेकर सहमति भी बनी थी और इसी शर्त पर आंदोलन खत्म किया गया था।
हालांकि अब टिकैत सरकार पर वादाखिलाफी का आरोप लगा रहे हैं और यूपी चुनाव में लोगों से अपील कर रहे हैं कि वोट मांगने आने वाले नेताओं से सवाल करें। वे खुद तमाम मंच पर मोदी-योगी सरकार को घेर रहे हैं।
