पश्चिम बंगाल से किसान आंदोलन में शामिल होने आई युवती से दुष्कर्म के कथित मामले में हरियाणा पुलिस ने किसान सोशल आर्मी से जुड़े छह लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर लिया है। युवती के साथ दुष्कर्म की घटना ट्रेन यात्रा के दौरान हुई जब वो पश्चिम बंगाल से दिल्ली के टिकरी बॉर्डर आ रही थी। इसके बाद युवती को कोरोना का संक्रमण हुआ और उसने बहादुरगढ़ के एक अस्पताल में दम तोड़ दिया। इस पूरे मामले में भारतीय किसान यूनियन के प्रवक्ता और किसान आंदोलन के अग्रणी नेता राकेश टिकैत ने कहा कि आरोपियों का उनके मोर्चे से कोई संबंध नहीं है।

राकेश टिकैत ने इस पूरे मामले पर कहा, ‘जो ऐसी घटना करेगा, देश में कानून है, संविधान है, कानून अपना काम करेगा। ये घटना सही पाई जाएगी तो सजा होगी उसको। हम पूर्ण रूप से साथ देंगे। वो लोग इस मोर्चे (संयुक्त किसान मोर्चा) का हिस्सा नहीं थे, उन्होंने कोई आर्मी बना रखी थी। उनके टेंट वगैरह हटा दिए हैं, जब तक जांच पूरी नहीं होती वो सब बाहर रहेंगे।’

राकेश टिकैत ने यह भी कहा कि जब उन्हें इस बात का पता चला तो युवती के पिता को बंगाल से बुलाकर पुलिस में रिपोर्ट दर्ज करवाई गई थी। उन्होंने कहा कि संयुक्त किसान मोर्चा जांच में पूरा सहयोग करेगा। उन्होंने एक अखबार विशेष का नाम लेकर कहा कि इस आंदोलन को बदनाम करने की भी कोशिश की जा रही है।

 

बहरहाल, इस मामले पर भारतीय किसान यूनियन उगराहां के नेता जोगिंदर सिंह का भी बयान सामने आया है। उन्होंने कहा है कि जिन लोगों पर आरोप लगे हैं, उनके टेंट टिकरी बॉर्डर पर लगे थे, जिन्हें अब हटा दिया गया है।

 

इस मामले में पुलिस ने स्वराज इंडिया के संयोजक योगेंद्र यादव से भी पूछताछ की है। बताया जा रहा है कि युवती ने दिल्ली आने से पहले जिन लोगों से संपर्क किया था उनमें योगेंद्र यादव भी थे।

 

योगेंद्र यादव ने कहा कि उनके पास जो जानकारी थी उन्होंने पुलिस को दे दी है। अब इस पूरे मामले की जांच के लिए एक विशेष पुलिस दल का गठन किया गया है।