कृषि कानूनों को लेकर दिल्ली के बॉर्डर पर डटे किसान अब जल्द ही लखनऊ में भी महापंचायत करने वाले हैं। किसान नेता राकेश टिकैत ने अपने एक बयान में लखनऊ को दिल्ली तक बनाने के लिए कहा था। लखनऊ में होने वाली महापंचायत को लेकर उन्होंने आज तक को भी इंटरव्यू दिया, जहां उन्होंने महापंचायत में उठाने वाली मांगों का भी जिक्र किया। हालांकि इसी बीच न्यूज एंकर ने उनसे पूछ लिया कि क्या लखनऊ को दिल्ली बनाकर वह कृषि कानूनों को वापस करवा पाएंगे?
इंटरव्यू में न्यूज एंकर सईद अंसारी ने किसान नेता राकेश टिकैत से सवाल किया, “क्यों आप उत्तर प्रदेश को दिल्ली बनाने की धमकी दे रहे हैं?” उनके सवाल पर राकेश टिकैत ने कहा, “अच्छा हम अपनी बैठक कर रहे हैं तो हम धमकी दे रहे हैं। हमने तो कोई धमकी नहीं दी है, हम क्या बाहर से हैं जो लखनऊ पहली बार जा रहे हैं। लखनऊ में हम पहले भी पंचायत कर चुके हैं।”
राकेश टिकैत ने अपने बयान में आगे कहा, “पंचायत 22 तारीख की लखनऊ में रखी गई है। इसमें कई मामले हैं, लखीमपुर खीरी में घायल किसानों को 10 लाख रुपये देने की बात कही गयी थी, लेकिन वह पूरी नहीं की गई। नौकरी की बात की गई थी, वह भी नहीं हुआ। अजय टेनी की गिरफ्तारी की बात हुई थी, लेकिन वह भी नहीं हो पाया।”
राकेश टिकैत की बात पर न्यूज एंकर ने पूछा, “आपका मतलब है कि सरकार बदल गई है। वादे पूरे नहीं कर रही है वह?” इस पर राकेश टिकैत ने कहा, “उन्होंने पैसे घायलों को नहीं दिये और धान की खरीद का उत्तर प्रदेश में बड़ा मुद्दा है। लखनऊ में 22 तारीख की एक बैठक होगी।” किसान नेता की बात पर न्यूज एंकर ने तंज कसते हुए कहा, “लखनऊ को दिल्ली बनाकर तीनों कृषि कानून रद्द करवा पाएंगे, जो आप उसे एक साल से घेरकर भी नहीं करवा पाए?”
न्यूज एंकर की इस बात पर किसान नेता राकेश टिकैत ने जवाब दिया, “लखनऊ में पंचायत है, एक दिन की वहां पर मीटिंग रहेगी। अजय टेनी, उसकी गिरफ्तारी, उसकी बर्खास्तगी, वो जांच को प्रभावित करता रहेगा, उन किसानों को मुआवजा, जो वहां चोटिल हुए हैं। धान की खरीद, आलू की खरीद, डीजल, महंगाई।”
