प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बीते 19 नवंबर को तीनों कृषि कानूनों को वापस लेने का फैसला किया और किसानों से माफी मांगते हुए कहा कि इस महीने के अंत में शुरू होने वाले संसदीय सत्र में कानून वापसी की प्रक्रिया की जाएगी। सरकार के इस कदम से किसानों में खुशी का माहौल है, हालांकि वे तत्काल आंदोलन खत्म नहीं करेंगे। इस मामले को लेकर भारतीय किसान यूनियन नेता राकेश टिकैत ने अंजना ओम कश्यप को इंटरव्यू दिया। बातचीत के बीच ही अंजना ओम कश्यप ने किसान नेता से कहा कि कानून वापसी से आप निहत्थे हो गए?
अंजना ओम कश्यप के इस सवाल पर जवाब देने से राकेश टिकैत भी पीछे नहीं हटे। न्यूज एंकर अंजना ओम कश्यप ने किसान नेता राकेश टिकैत से पूछा, “कल आप पालघर में थे और इससे पहले पूरे उत्तर प्रदेश में घूमते रहे थे। लोगों के बीच आप यह कहते थे कि सरकार काले कानून लेकर आई है, उस सरकार यानी भाजपा को वोट नहीं करना। लेकिन अब तो वो हथियार चला गया, इस मामले में तो आप निहत्थे हो गए?”
अंजना ओम कश्यप की बात का जवाब देते हुए किसान नेता राकेश टिकैत ने कहा, “हम कैसे निहत्थे हो गए। हम तो कह रहे हैं कि सरकार काम करे, सरकार किसानों का चेहरा बने। जिसको वोट जहां देना होगा, दे लेगा। वोट का तो सवाल है ही नहीं। जहां मीटिंग होगी, जहां समस्या होगी, हम तो वहां जाएंगे ही।”
इसपर अंजना ओम कश्यप ने उनसे कहा, “यूपी में चुनाव है तो यूपी में आप क्या बोलेंगे?” न्यूज एंकर के सवाल पर राकेश टिकैत ने कहा, “22 तारीख को हमारी मीटिंग है, इसमें हम एमएसपी पर कानून बनाने, एमएसपी को बचाने की मांग करेंगे। अजय टेनी जो गृह राज्य मंत्री हैं, उनकी बर्खास्तगी भी बड़ा मुद्दा रहेगा।”
वहीं अंजना ओम कश्यप ने राकेश टिकैत से सवाल किया, “सीएए का विरोध हुआ, धारा 370 हटाने का विरोध हुआ। इसपर सरकार ने स्टैंड नहीं बदला, लेकिन किसानों के सामने सरकार झुकी। अब थोड़ा सा तो आपको भी समझना और झुकना होगा?” इसके जवाब में किसान नेता ने कहा, “न किसी को झुकाने का सवाल था या न झुकने का है। हमारे कुछ मसले हैं, जिसपर सरकार समाधान निकाले।”